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Paris Olympics: विनेश फोगाट के फाइनल से बाहर होने पर सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस, महिला पहलवान के समर्थन में आए लोग

महिला कुश्ती के 50 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल मुकाबले से भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने पर सोशल मीडिया पर कुछ लोग उनकी और भारतीय मेडिकल टीम की आलोचना कर रहे हैं.

India's Vinesh Phogat celebrates after defeating Japan's Yui Susaki in the round of 16 of the women's freestyle 50kg wrestling match at Paris Olympics 2024, in Paris, France, Tuesday, August 06, 2024. (Photo: IANS/WFI)

6 अगस्त 2024 को पेरिस ओलंपिक 2024 के दौरान महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किग्रा कुश्ती के राउंड ऑफ 16 में जापान की यूई सुसाकी को हराने के बाद भारत की विनेश फोगाट. (फोटो: IANS/WFI)

भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को फाइनल में शामिल होने से अयोग्य ठहराए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है. कुछ लोग जहां विनेश फोगाट की आलोचना कर रहे हैं, वहीं कुछ अन्य मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं.

ऐसे में सोशल मीडिया पर तमाम लोग विनेश फोगाट के समर्थन में भी नजर आ रहे हैं. उन्होंने इस मामले पर राजनीति से बचने की भी सलाह दी है.

संयम बरतने की अपील

खेल एक्सपर्ट बोरिया मजूमदार ने एक ट्वीट में कहा, ‘जो लोग विनेश (फोगाट) को बुरा-भला कह रहे हैं, उन्हें संयम बरतना चाहिए. यह मुद्दा एक भारतीय एथलीट के बारे में है. हर कोई दुखी है. इसे राजनीतिक बनाकर हम कहीं नहीं पहुंचेंगे. इससे उसका दर्द और हमारा दुख और बढ़ जाएगा.’

उन्होंने कहा, ‘कल जब उनका वजन मापा गया तो उसका वजन बिल्कुल सही था. उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और अपने मुकाबले जीते. जैसा कि अभिनव और सिंधु दोनों ने कहा है कि वह चैंपियन बनी हुई हैं. उन्होंने अपना सब कुछ दिया है. उन्होंने कड़ी ट्रेनिंग की है और वह सब किया है, जो मानवीय रूप से संभव है.’

ऐसा जान बूझकर नहीं हुआ है

मजूमदार के अनुसार, ‘वह इससे अधिक नहीं कर सकतीं. कोई भी नहीं कर सकता और यह विरोध आदि सब दिखावा होगा. यह हो चुका है और बंद हो चुका है. किसी भी विरोध से कुछ नहीं होगा. विरोध अभी भी शुरू हो सकता है, लेकिन कुछ नहीं बदलेगा. विनेश अभी भी पॉलीटेक्निक में हैं और मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि वह ठीक हो जाए. यह उनके लिए बहुत मुश्किल है.’

वे आगे कहते हैं, ‘मैं बहुत सारे ट्वीट देख रहा हूं, जिसमें कहा जा रहा है कि यह जान-बूझकर किया गया, ऐसा बिल्कुल नहीं है. डॉ. पारदीवाला और पूरी सहायता टीम ने पूरी रात उनके साथ काम किया. सीडीएम के रूप में गगन इस मुद्दे पर थे. आईओए ने हरसंभव सहायता की. उन्होंने वह सब कुछ किया, जो मानवीय रूप से संभव था. कृपया हम समझदार बने रहें और षड्यंत्र के सिद्धांतों और अन्य बातों का सुझाव न दें. इससे उनका दर्द और बढ़ जाता है.’

वजन में बढ़ोतरी बनी वजह

बुधवार सुबह विनेश गोल्ड मेडल के लिए महिलाओं के फाइनल मुकाबले से पहले 50 KG वजन को कायम नहीं रख सकीं. वो ओलंपिक में 50 KG वेट कैटेगरी के फाइनल मुकाबले में कुश्ती लड़ रही थीं. मंगलवार (6 अगस्त) रात को ही उन्होंने सेमीफाइनल मैच जीता था.

सूत्रों ने बताया था कि फोगाट का वजन तय सीमा से लगभग 100 ग्राम ज्यादा था, जिसके कारण उन्हें अयोग्य ठहराया गया. प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार, फोगाट सिल्वर के लिए भी पात्र नहीं होंगी. बाद में आईओसी ने पुष्टि की कि फोगाट की जगह गोल्ड मेडल के लिए सेमीफाइनल में पराजित क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमान (Yusneylis Guzman) को उतारा जाएगा.

कॉन्सिपिरेसी थ्योरी को बंद करो

पत्रकार दिग्विजय सिंह देव ने कहा, ‘इस कॉन्सिपिरेसी थ्योरी को बंद करो. गगन नारंग, दिनशॉ पारदीवाला, उनके पति, फिजियो, मेडिकल स्टाफ, आईओए अधिकारी, भारत में लोग, ओजीक्यू ने उनका वजन कम करने के लिए रात भर काम किया. डॉ पारदीवाला ने यहां तक ​​कहा कि हम उनकी जान को खतरे में नहीं डाल सकते.’

वे आगे कहते हैं, ‘उन्होंने हरसंभव कोशिश की. विनेश दर्द से कराह रही थीं, क्योंकि उनका शरीर टूट रहा था. वह आज सुबह आखिरी कोशिश के तौर पर Sauna (Steam Bath) में थीं, यह क्रूर है.’

-भारत एक्सप्रेस

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