रोहित शर्मा, जोस बटलर, रोवमैन पॉवेल, मिचेल मार्श (फोटो- BCCI/CA/X)
New Delhi: इंडियन प्रीमियर लीग 2024 के तुरंत बाद टी20 विश्व कप की धूम मचने वाली है. 1-29 जून तक यूएसए और वेस्टइंडीज में होने वाले इस मेगा-इवेंट के लिए सभी टीमें तैयारियों में जुट गई हैं. पुरुष टी20 विश्व कप के आगामी संस्करण में 20 टीमें शामिल होंगी, जिसमें ऑस्ट्रेलिया में टूर्नामेंट के 2022 संस्करण में प्रतिस्पर्धा करने वाली 16 टीमें होंगी. यह पहली बार है जब यूएसए, कनाडा और युगांडा पुरुष टी20 विश्व कप में भाग ले रहे हैं. चलिए इस मेगा-इवेंट के आगामी संस्करण में शीर्ष चार टीमों पर एक नजर डालें.
1.भारत
रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम 2007 की जीत के बाद एक और टी20 विश्व कप अपने खाते में जोड़ना चाहेगी. इसकी शुरुआत टीम इंडिया 5 जून को न्यूयॉर्क में आयरलैंड के खिलाफ करेगी. फिर 9, 12 और 15 जून को भारत का मुकाबला पाकिस्तान, अमेरिका और कनाडा से होगा.
स्ट्रेंथ- खेल के सभी पहलुओं में युवाओं के उत्साह के साथ भरपूर अनुभव के साथ भारत टूर्नामेंट में शीर्ष क्रम की पुरुष टी20 टीम के रूप में प्रवेश कर रहा है. अमेरिका की अज्ञात परिस्थितियों और वेस्टइंडीज की धीमी पिचों पर विराट कोहली, संजू सैमसन, जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव जैसे इन-फॉर्म खिलाड़ियों का होना भारत के लिए प्रतियोगिता में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.
कमजोरी- कप्तान रोहित शर्मा और उनके डिप्टी हार्दिक पांड्या के हालिया फॉर्म को लेकर टीम में टेंशन का माहौल है. दोनों के लिए आईपीएल 2024 अच्छा नहीं रहा. इसका खामियाजा उनकी टीम मुंबई इंडियंस को भी भुगतना पड़ा.
अवसर- आईपीएल 2022 के बाद से लेकर अब तक सीएसके के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले बाएं हाथ के ऑलराउंडर शिवम दुबे के पास बड़े मंच पर खुद को साबित करने का मौका है.
खतरा- इंग्लैंड में 2013 चैंपियंस ट्रॉफी की जीत के बाद से भारत नॉकआउट में जीत हासिल करने में असफल रहा है. इसलिए करो या मरो मुकाबले में भारत को दबाव झेलने के लिए कोई ठोस रणनीति बनानी होगी.
2. इंग्लैंड
टी20 विश्व कप 2024 में गत चैंपियन 4 जून को बारबाडोस में स्कॉटलैंड के खिलाफ अपने खिताब की रक्षा की शुरुआत करेंगे. उसे ऑस्ट्रेलिया, नामीबिया, स्कॉटलैंड और ओमान के साथ प्रतियोगिता के ग्रुप बी में रखा गया है.
स्ट्रेंथ- जोस बटलर, विल जैक्स, फिल साल्ट और जॉनी बेयरस्टो के साथ-साथ हैरी ब्रूक, लियाम लिविंगस्टोन और सैम करन की मौजूदगी टीम को बल्लेबाजी में काफी ताकत प्रदान करती है. मोईन अली और आदिल राशिद के साथ क्रिस जॉर्डन और जोफ्रा आर्चर का होना भी इंग्लैंड के लिए एक बोनस पॉइंट है.
वीकनेस- आर्चर को विश्व कप टीम में शामिल जरूर किया गया है, लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर सवालिया निशान अब भी हैं.
अवसर- क्रिस जॉर्डन इंग्लैंड के लिए यहां एक्स फैक्टर हो सकते हैं. जॉर्डन के लिए वर्ल्ड कप में घरेलू माहौल होगा, जिससे वो अपनी टीम के लिए खिताब बरकरार रखने में भूमिका निभा सकते हैं. वहीं, हाल ही में उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा प्रदर्शन किया है.
खतरा- इंग्लैंड 2022 में जीत के बाद कैरेबियन में टी20 विश्व कप खिताब की रक्षा के लिए उतरेगी तो वनडे की तरह टी20 में भी उसके फ्लॉप होने की आशंका है.
3. ऑस्ट्रेलिया
वनडे विश्व कप ट्रॉफी और आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप विजेता ऑस्ट्रेलिया, 5 जून को बारबाडोस में ग्रुप बी प्रतिद्वंद्वी ओमान के खिलाफ अपने टी20 विश्व कप 2024 अभियान की शुरुआत करेगा.
स्ट्रेंथ- ऑस्ट्रेलिया के पास कई अनुभवी खिलाड़ियों के साथ एक अच्छी तरह से संतुलित टीम है. कप्तान मिचेल मार्श, पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, ग्लेन मैक्सवेल, मिचेल स्टार्क, डेविड वार्नर और एडम जम्पा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों उनके पास हैं.
वीकनेस- वार्नर और मैक्सवेल का हालिया फॉर्म आईपीएल 2024 में अच्छा नहीं रहा है. इसका मतलब है कि ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी थोड़ी कमजोर पड़ सकती है. वहीं बाएं हाथ के स्पिनर एश्टन एगर ने 2022 में ऑस्ट्रेलिया में आखिरी पुरुष टी20 विश्व कप के बाद से कोई टी20 नहीं खेला है.
अवसर- ऑस्ट्रेलिया के लिए सीनियर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौजूद सभी आईसीसी ट्रॉफी जीतने का मौका है.
खतरा- जब वे 2022 में घरेलू मैदान पर अपने टी20 विश्व कप खिताब की रक्षा में उतरे, तो ऑस्ट्रेलिया के पास वही ताकत थी जिसने उसे 2021 में ट्रॉफी दिलाई. लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली बड़ी हार के कारण वो नेट रन रेट के मामले में पिछड़ गए. अगर ऑस्ट्रेलिया को ट्रॉफी हासिल करनी है तो उसे इससे सावधान रहना होगा.
4. वेस्टइंडीज
दो बार के चैंपियन वेस्टइंडीज को टी20 विश्व कप 2024 के ग्रुप सी में रखा गया है. यह टीम 2 जून को गुयाना में अपने शुरुआती मैच में पापुआ न्यू गिनी का सामना करेगी.
स्ट्रेंथ- कप्तान रोवमैन पॉवेल, निकोलस पूरन, आंद्रे रसेल और जेसन होल्डर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर इस प्रारूप में शानदार फॉर्म में हैं. साथ ही, वेस्टइंडीज नेपाल के खिलाफ ‘ए’ टीम श्रृंखला, एंटीगा में एक अभ्यास शिविर और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर तीन मैचों की श्रृंखला के माध्यम से विश्व कप के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी कर रही है.
वीकनेस- वेस्टइंडीज ने क्रमशः 2012 और 2016 में दो बार पुरुष टी20 विश्व कप जीता है. लेकिन शोपीस इवेंट के पिछले दो संस्करणों में उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है. 2021 में पोलार्ड की अगुवाई वाली वेस्टइंडीज ग्रुप चरण में सिर्फ एक मैच जीतने के बाद नॉकआउट में प्रवेश करने में विफल रही. एक साल बाद, ऑस्ट्रेलिया में निकोलस पूरन के नेतृत्व में वे सुपर 10 चरण में प्रवेश नहीं कर सके. जिम्बाब्वे में क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में शीर्ष दो टीमें बनने में विफल रहने के बाद वेस्टइंडीज भी भारत में वनडे विश्व कप 2023 के लिए क्वालीफाई करने से चूक गई.
अवसर- विश्व कप का सह-मेजबान होने के नाते, वेस्टइंडीज आगामी टूर्नामेंट के लिए अपने घरेलू मैदान पर खेल रहा है. वे परिस्थितियों को बेहतर तरीके से जानते हैं और इससे भी अधिक, घरेलू मैदान पर उनका हालिया फॉर्म अच्छा रहा है. उन्होंने पिछले 14 महीनों में घरेलू सरजमीं पर दक्षिण अफ्रीका, भारत और इंग्लैंड पर टी20 सीरीज में जीत दर्ज की है. यानी खिताब जीतने का उनके पास अच्छा मौका है.
खतरा- वेस्टइंडीज के वर्तमान मुख्य कोच डैरेन सैमी टीम के लिए बतौर कप्तान दो टी20 विश्व कप खिताब जीत चुके हैं. अब तक, किसी मेजबान देश ने अपनी घरेलू धरती पर टी20 विश्व कप नहीं जीता है. अगर वेस्टइंडीज को यह शोपीस तीसरी बार जीतने वाली पहली टीम बनना है तो उसे अपना दमखम दिखाना होगा.
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