अब एक बार नहीं बल्कि साल में 2 बार होंगे बोर्ड एग्जाम, बदल जाएगा परीक्षा का पूरा पैटर्न
वर्तमान में ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के लिए केवल एक भाषा का अध्ययन अनिवार्य है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, भारतीय भाषाओं में शिक्षा को प्राथमिकता दी गई है.