विवादित बयान देने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव कॉलेजियम के सामने पेश हुए
कॉलेजियम ने जस्टिस शेखर द्वारा दिए गए बयानों पर उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम को अपना स्पष्टीकरण भेज दिया था.
संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में CJI संजीव खन्ना ने कहा- संविधान जीवन जीने का तरीका है, जिसके अनुसार हमें जीना है
सीजेआई ने कहा कि बार के सदस्य के रूप में मेरा कार्यकाल निश्चित रूप से एक जस्टिस के रूप में मेरे कार्यकाल से लंबा है. जस्टिस बार से आते और बार में वापस जाते है. हम बार से संबंधित है, जितना बेहतर बार होगा, उतना ही बेहतर जस्टिस होंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने प्रस्तावना में “समाजवादी” और “धर्मनिरपेक्ष” शब्दों को चुनौती देने वाली याचिका खारिज की, कहा- संसद की संशोधन शक्ति प्रस्तावना तक भी फैली
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि प्रस्तावना में इन शब्दों को जोड़ना संसद को अनुच्छेद 368 के तहत मिली संविधान संशोधन की शक्ति से परे है.