इस पहाड़ को मिली दुनिया के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग की उपाधि, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में मिला स्थान
यह पहाड़ सिर्फ एक प्राकृतिक स्थल नहीं है, बल्कि धार्मिक आस्था का भी केंद्र है. हाल ही में इस पहाड़ ने अपनी खासियत के कारण एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है.