वह चरवाहा जिसके बिना अंग्रेज नहीं बना सकते थे UNESCO द्वारा घोषित विश्व धरोहर ‘कालका-शिमला रेलमार्ग’
कालका-शिमला रेलमार्ग 102 सुरंगों से होकर गुजरता है, जिनमें से सबसे लंबी सुरंग 1,000 मीटर से भी ज्यादा लंबी है. यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर 'टॉय ट्रेन', हरे-भरे मेपल, देवदार और चीड़ के जंगलों के बीच से होकर 864 पुलों को पार करती है.
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर पर्वतीय चोटियां, ताजे पानी की झील और शांति स्तूप… पोखरा में लीजिए हरियाली का आनंद
हिमालय के आंचल में बसा नेपाल का पोखरा अपने अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य, झीलों, पर्वतीय चोटियों और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए मशहूर है. आप यहां पोखरा शांति स्तूप, सारंगकोट, फेवा झील को विजिट कर सकते हैं.
14000 फीट ऊपर पहली बार इतनी भीड़: मानसरोवर की तरह आदि कैलाश की बर्फीली वादियों में भोले के दर्शन कर रहे भक्त
आदि कैलाश यात्रा बहुत ही दुर्गम और कठिन होती है, क्योंकि यहां हवा में ऑक्सीजन की कम मात्रा के चलते सांस लेना मुश्किल होता है. यह 14 हजार फीट से भी अधिक ऊंचाई पर है. उत्तराखंड में चार धाम की तरह भक्तों को यहां की यात्रा भी भा रही है —
Har Shikhar Tiranga: भारतीय सेना के जांबाजों ने सिर्फ 10 दिन में फतह की हिमालय की ये बर्फीली चोटी, देखिए कैसे फहराया तिरंगा
Har Shikhar Tiranga Mission: भारतीय सेना की ओर से हिमालयन चोटी पर तिरंगा लहराने वाले जांबाजों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गई हैं. यहां आप देख सकते हैं कि किन-किन जवानों ने यह कारनामा किया...
उत्तराखंड में “कंकालों की झील” का जानिए रहस्य, 1000 साल पहले क्या हुआ था? 80 सालों से खोज में जुटे हैं दुनिया भर के साइंटिस्ट
600 से 800 के बीच इंसानों की हड्डियों और उनके अवशेष बरामद किए जा चुके हैं. इतने बड़े पैमाने पर इंसानी हड्डियों का मिलना बेहद ही चौंकाने वाली घटना थी. क्योंकि, मौसम के हिसाब से काफी विपरीत परिस्थिति वाले इस स्थान पर भला इतनी संख्या में मानव कंकाल कैसे पहुंचे? क्या इस स्थान पर कोई सामूहिक नरसंहार हुआ था? क्या ये सभी लोग तीर्थ यात्री थे जो रास्ते में किसी प्राकृतिक आपदा के शिकार हो गए? या फिर किसी अनुष्ठान में इन लोगों ने खुद की बलि दे दी. लेकिन, ये सारे सवाल रिसर्च के लेवल पर धराशायी हो जाते हैं.