भारत साल 2025 में 8-9 प्रतिशत की मांग वृद्धि के साथ बड़े इस्पात-उपभोग अर्थव्यवस्थाओं से निकलेगा आगे: CRISIL
तैयार इस्पात के आयात में 24.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि निर्यात में 6.4 प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे घरेलू उत्पादन के अलावा 3.2 मिलियन टन तैयार इस्पात की अतिरिक्त उपलब्धता हुई. यह अतिरिक्त सामग्री उपलब्धता कुल तैयार इस्पात मांग का 2 प्रतिशत थी.