लक्षद्वीप प्रशासन से प्राप्त एक आपातकालीन सूचना के बाद, भारतीय तटरक्षक बल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मोहम्मद कासिम-II नाव के लापता यात्रियों की तलाश शुरू की. यह नाव कवरत्ती से सुहेलीपार द्वीप जा रही थी, और इसमें कुल 54 यात्री तथा 3 चालक दल के सदस्य सवार थे. इस नाव पर 9 पुरुष, 22 महिलाएं और 23 बच्चे थे, जो तटरक्षक बल के लिए एक बड़ी चुनौती प्रस्तुत कर रहे थे.
तटरक्षक बल ने अपनी तटीय निगरानी प्रणाली (Coastal Surveillance System) का उपयोग करके लापता नाव का पता लगाया. इसके बाद, तटरक्षक बल के जहाज ने तेजी से तलाश अभियान शुरू किया. 15 जनवरी 2024 को दोपहर 4 बजे के आसपास, भारतीय तटरक्षक बल के जहाज ने नाव को सकुशल खोज लिया और उसे कवरत्ती वापस लाया.
इस अभियान में तटरक्षक बल की पूरी टीम ने उल्लेखनीय त्वरिता और समन्वय के साथ कार्य किया. नाव में सवार सभी 54 यात्री सुरक्षित थे, और तटरक्षक बल ने उनका प्राथमिक उपचार और उचित देखभाल प्रदान की. बचाए गए यात्रियों में 3 चालक दल के सदस्य, 9 पुरुष, 22 महिलाएं और 23 बच्चे शामिल थे. यह अभियान भारतीय तटरक्षक बल की तत्परता, कुशलता और संवेदनशीलता को दर्शाता है.
भारतीय तटरक्षक बल की तत्परता और समर्पण
भारतीय तटरक्षक बल ने इस घटना में अपने पेशेवर तरीके से कार्य करते हुए एक महत्वपूर्ण मिशन को सफलता पूर्वक अंजाम दिया. तटरक्षक बल के अधिकारियों ने इस खोज और बचाव अभियान की प्रशंसा की है और स्थानीय प्रशासन द्वारा भी उनकी त्वरित कार्रवाई की सराहना की जा रही है.
यह घटना भारतीय तटरक्षक बल की सक्षमता और समुद्र में आपातकालीन स्थितियों से निपटने में उनकी तत्परता का एक उदाहरण है. इस प्रकार के अभियानों से यह सुनिश्चित होता है कि समुद्र में यात्रा करने वाले सभी नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है.
-भारत एक्सप्रेस
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