प्राचीन काल से ही भारत-अरब सांस्कृतिक संबंध रहा है खास
अरबों द्वारा हिंदी और यूरोपियों द्वारा अरबी कहलाने वाली संख्यात्मक प्रणाली भारत की ही देन रही है.
अरबों द्वारा हिंदी और यूरोपियों द्वारा अरबी कहलाने वाली संख्यात्मक प्रणाली भारत की ही देन रही है.