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Joshimath: देशभर से विद्यार्थी वैदिक शिक्षा और ज्ञानार्जन के लिए आते हैं. वर्तमान में भी 60 विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. दरअसल आदि गुरु शंकराचार्य मठस्थली के भीतर ही शिवमंदिर है.

Joshimath: एक रिपोर्ट में बताया गया कि साल 2022 में करीब 5 करोड़ पर्यटक, 3.8 करोड़ कांवड़ यात्री और 45 लाख चार धाम के श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंचे थे. पर्यटन के लिहाज से साल 2022 सबसे बेहतरीन रहा.

Joshimath: एक स्थानीय पर्यावरण कार्यकर्ता ने जोशीमठ और उसके आसपास कई सुरंगों और जलविद्युत परियोजनाओं को अपूरणीय क्षति के लिए जिम्मेदार ठहराया है.

Joshimath News: आइटीबीपी भी अपनी कॉलोनी खाली कर रही है, जबकि जेपी कंपनी ने भी अपने कुछ आवास खाली कर दिए हैं. एनटीपीसी भी इसकी तैयारी कर रहा है.

Joshimath: वैज्ञानिकों ने सरकार को सुझाव दिया था कि शहर के ड्रेनेज व सीवर सिस्टम पर ध्यान दिया जाए. साथ ही यह भी सुझाव दिया था कि नदी से हो रहे भू-कटाव को रोका जाना चाहिए.

Joshimath Sinking: अगर थोड़ी सी भी बारिश हुई तो जमीन पर पड़ी बड़ी-बड़ी दरारों में पानी भरने से तबाही मच सकती है.

Joshimath: औली में रोपवे को बंद कर दिया गया है. जिसकी वजह से इसका पर्यटकों की संख्या में काफी असर पड़ रहा है. दूसरी तरफ पर्यटकों को रोपवे बंद होने की होने की वजह से अपने वाहनों से जोशीमठ पहुंचाना पड़ा.

Joshimath: वैज्ञानिकों ने सरकार को सुझाव दिया था कि शहर के ड्रेनेज व सीवर सिस्टम पर ध्यान दिया जाए. नदी से हो रहे भू-कटाव को रोका जाना चाहिए.

वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के भूविज्ञानी डॉ विक्रम गुप्ता कहते हैं कि जोशीमठ में धसाव की समस्या दशकों पुरानी है. शहर में अव्यवस्थित विकास से लेकर बड़ी परियोजनाएं भी सकती हैं.