Bharat Express

Mohammad Yunus

शेख हसीना के भारत में शरण लेने के बाद, मोहम्मद यूनुस ने स्पष्ट किया कि अगर भारत हसीना को तब तक अपने पास रखना चाहता है, जब तक बांग्लादेश औपचारिक रूप से उन्हें वापस नहीं बुला लेता, तो हसीना को चुप रहना चाहिए.

ये पहला मौका नहीं है जब शेख हसीना के जीवन में इतने मुश्किल दिन आए हैं. इससे पहले भी उनके जीवन ने बहुत से कठिन दिन देखे हैं.

हिंसा प्रभावित सतखीरा में कम से कम 10 लोग मारे गए और कोमिल्ला में भीड़ के हमलों में 11 अन्य लोगों की जान चली गई.