Bharat Express

Mohammad Yunus

मोहम्मद यूनुस सरकार और पुलिस की ओर से जारी की गई इस रिपोर्ट को लेकर अब कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं.

अंतरिम सरकार के वजूद में आने के बाद से देश में कट्टरवादी ताकतों को मजबूती मिली है. अल्पसंख्यक समुदायों और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है.

बांग्लादेश की एक जांच समिति ने आरोप लगाया है कि हसीना के शासनकाल में कई बांग्लादेशी नागरिकों को जबरन गायब करने में भारत की भूमिका हो सकती है.

इसी बयान में उन्होंने आगे कहा, "डोनाल्ड ट्रंप की शानदार जीत उनके नेतृत्व के असाधारण गुणों, अटल धैर्य और दृढ़ता का प्रतीक है. इसके साथ ही अमेरिका के लोगों द्वारा जताया गया उनपर भरोसा है."

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से दुनियाभर में कहीं खुशी कहीं गम का माहौल है, इस जीत से किन देशों को फायदा होगा और किसे नुकसान, ये तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन...

पिछले महीने इस्कॉन की ओर से आयोजित एक सभा में चिन्मय दास ने हिंदुओं को एकजुट होने की अपील की थी, उन्होंने कहा था, "हम हिंदू हैं, हम ऋषियों के उत्तराधिकारी हैं, हम आर्यपुत्र हैं.

शेख हसीना के भारत में शरण लेने के बाद, मोहम्मद यूनुस ने स्पष्ट किया कि अगर भारत हसीना को तब तक अपने पास रखना चाहता है, जब तक बांग्लादेश औपचारिक रूप से उन्हें वापस नहीं बुला लेता, तो हसीना को चुप रहना चाहिए.

ये पहला मौका नहीं है जब शेख हसीना के जीवन में इतने मुश्किल दिन आए हैं. इससे पहले भी उनके जीवन ने बहुत से कठिन दिन देखे हैं.

हिंसा प्रभावित सतखीरा में कम से कम 10 लोग मारे गए और कोमिल्ला में भीड़ के हमलों में 11 अन्य लोगों की जान चली गई.