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“ढाका का वो माइक्रो फाइनेंसर कहां है?” मोहम्मद यूनुस से अच्छे नहीं हैं ट्रंप के रिश्ते, चुनाव जीतते ही बांग्लादेश की थमीं सांसें, ये है बड़ी वजह

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से दुनियाभर में कहीं खुशी कहीं गम का माहौल है, इस जीत से किन देशों को फायदा होगा और किसे नुकसान, ये तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन…

Donald Trump

डोनाल्ड ट्रंप और मोहम्मद यूनुस.

अमेरिका की सत्ता में एक बार फिर से रिपब्लिकन पार्टी की वापसी हो गई है. डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव को बड़े अंतर के साथ जीत लिया है. उन्हें 294 इलेक्टोरल वोट मिले हैं, जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस को सिर्फ 226 वोट हासिल हुए हैं. इसी के साथ इस बात पर भी मुहर लग गई है कि जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बनेंगे.

दुनिया में कहीं खुशी, कहीं गम

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से दुनियाभर में कहीं खुशी कहीं गम का माहौल है, इस जीत से किन देशों को फायदा होगा और किसे नुकसान, ये तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन कुछ ऐसे भी देश हैं, जिनके लिए मुश्किलें पैदा हो सकती हैं, जिसमें बांग्लादेश का नाम भी जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के साथ डोनाल्ड ट्रंप के रिश्ते कुछ खास अच्छे नहीं रहे हैं. ऐसे में इसका असर भी देखने को मिल सकता है.

मोहम्मद यूनुस से रिश्ते ठीक नहीं

माना तो ये भी जा रहा है कि बांग्लादेश में जो भी शेख हसीना सरकार के साथ हुआ और उनकी सत्ता का तख्तापलट किया गया, उसके पीछे अमेरिका का हाथ था, इतना ही नहीं, मोहम्मद यूनुस भी अमेरिका की शह पर भारत को आंख दिखा रहे थे, लेकिन अब अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के साथ ही बांग्लादेश के रिश्ते व्हाइट हाउस से अच्छे रहने की उम्मीद बहुत कम ही नजर आ रही है, क्योंकि जो बाइडेन की सरकार से जो समर्थन बांग्लादेश को मिल रहा था, उसपर अब पूरी तरह से पूर्ण विराम लगने वाला है. ऐसा इसलिए है क्योंकि ट्रंप के साथ मोहम्मद यूनुस के रिश्ते 2016 से ठीक नहीं है.

ट्रंप की विरोधी पार्टी को दिया था चंदा

साल 2016 में जब अमेरिका में चुनाव हुए और उसमें डोनाल्ड ट्रंप की जीत हुई थी, जिसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति का पद संभाला तो व्हाइट हाउस में बांग्लादेश का एक प्रतिनिधिमंडल मिलने पहुंचा था, उसे डेलिगेशन से डोनाल्ड ट्रंप ने मोहम्मद यूनुस के बारे में सवाल किया था कि ढाका का वो माइक्रो फाइनेंसर कहां है? उन्होंने ये भी कहा था कि “मैंने सुना है कि मोहम्मद यूनुस मुझे चुनाव में हारते हुए देखना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने चंदा भी दिया था.”

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हिलेरी क्लिंटन का किया था समर्थन

बता दें कि उस समय ट्रंप क्लिंटन फाउंडेशन की बात कर रहे थे, क्लिंटन फाउंडेशन उस समय के राष्ट्रपति चुनाव में ड्रेमोक्रेटिक पार्टी उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन का था. हिलेरी ट्रंप के खिलाफ चुनाव में उतरी थीं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद यूनुस ने क्लिंटन फाउंडेशन को 1 से 2.5 लाख डॉलर का डोनेशन दिया था.

-भारत एक्सप्रेस



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