बहुविवाह पर लगे प्रतिबंध, शादी की न्यूनतम उम्र हो फिक्स- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
MRM महिला प्रतिनिधिमंडल ने विधि आयोग के चेयरमैन को ज्ञापन सौंपा, जिसमें लड़कियों के विवाह की नियुन्तम उम्र का निर्धारण किया जाना और बहुविवाह का खात्मा करना प्रमुख था।
चंद्रयान 3 की सफलता पर इंद्रेश कुमार ने दी वैज्ञानिकों, PM और राष्ट्र को बधाई, बोले- POJK वापस लेने की प्रतिबद्धता भी दोहराई
Srinagar: श्रीनगर के हरि निवास में एकत्र हुए प्रतिनिधियों से बात करते हुए संघ नेता ने कहा कि पिछले पैंतीस वर्षों के दौरान कश्मीर को खंडहर और विनाश की ओर धकेल दिया गया था,
देश की एकता, अखंडता व सद्भाव से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं, दंगाइयों पर हो ज़ीरो टॉलरेंस: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने फैसला किया है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड अर्थात समान नागरिक संहिता पर विधि आयोग के चेयरमैन जस्टिस ऋतु राज अवस्थी से पुनः मिल कर अपनी राय रखेगा।
यूसीसी से किसी धर्म को खतरा नहीं, जन्म से मरण तक परंपराएं रहेंगी सुरक्षित: इंद्रेश कुमार
Coimbatore: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच एक देश, एक कानून, एक झंडा, एक नागरिकता यानी समान नागरिक संहिता को लेकर उठ रही भ्रम की स्थितियों को भी दूर कर रही है.
UCC के समर्थन में रोजाना हजारों मेल, “पब्लिक नोटिस प्लेटफार्म” पर भी आई प्रतिक्रियाओं की बाढ़
Uniform Civil Code: मीडिया प्रभारी ने बताया कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच समान नागरिक संहिता का समर्थन करते हुए यह मानता है कि समय आ गया है जब हम सब को तुष्टिकरण की राजनीति से ऊपर उठ कर देश के विकास के लिए एकजुट होना होगा
Delhi: इस्लाम विरोधी नहीं है UCC, देश भर में जनजागरण अभियान जल्द: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
Indresh Kumar: यह अभियान कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक, गुजरात से लेकर केरल तक, पश्चिम बंगाल से लेकर महाराष्ट्र तक चलेगा. मंच के अधिकारी एवं कार्यकर्ता देश भर में हजारों छोटे बड़े जनजागरण चलाएंगे.
वसुधैव कुटुम्बकम पर जोर: आपसी रिश्ते पराए हो जाएं तो शैतान और शैतान के समर्थक बनते हैं इंसान- बोले इंद्रेश कुमार
इंद्रेश कुमार ने कहा कि मानव जाति जब इन बातों को समझती है तब सभ्य समाज बनता है, विकास होता है, शांति और सद्भाव रहता है.
अब मुस्लिम देशों के प्रतिनिधियों से मिले इंद्रेश कुमार…हिंसा, कट्टरता पर वार… विश्वशांति और विकास पर जोर
राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के मुख्य संरक्षक ने कहा कि विश्व शांति और विकास के लिए धर्मांतरण पर रोक जरूरी है. इससे दंगामुक्त मानवता और गौरवशाली राष्ट्र बनाया जा सकता है.