विकास की राह ताक रही हैं अभी भी झारखंड-छत्तीसगढ़ की कई रेल परियोजनाएं
ऐसा नहीं कि इन रेल परियोजनाओं की मांग पहले नहीं उठी. 1972 से इसकी मांग तत्कालीन बिहार के स्थानीय कद्दावर नेता श्रद्धेय कार्तिक उरांव जी के समय से उठती रही है.
ऐसा नहीं कि इन रेल परियोजनाओं की मांग पहले नहीं उठी. 1972 से इसकी मांग तत्कालीन बिहार के स्थानीय कद्दावर नेता श्रद्धेय कार्तिक उरांव जी के समय से उठती रही है.