Bharat Express

Rural Development

भारत के ग्रामीण इलाकों में अब सिर्फ सरकारी योजनाओं पर निर्भरता नहीं, बल्कि स्थानीय नवाचार और NGO की पहल से चाय बागानों जैसे क्षेत्रों में वैकल्पिक आजीविका के नए अवसर तैयार हो रहे हैं.

भारत में जिंक की खपत में तेजी से वृद्धि होने की उम्मीद है, अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन (IZA) के अनुमान के मुताबिक अगले 10 वर्षों में जिंक की खपत 11 लाख टन से बढ़कर 20 लाख टन से अधिक हो जाएगी.