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भारत ने 49 गेंद शेष रहते मैच जीतकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. इस तरह से यह इस प्रारूप में 100 से अधिक रनों के लक्ष्य का पीछा करने का उसका सबसे तेज प्रयास बन गया है.

अरुंधति रेड्डी के करियर के सर्वश्रेष्ठ 3-19 के स्पैल की बदौलत पाकिस्तान को 105/8 पर रोकने के बाद, भारत से उम्मीद थी कि वह अपने नेट रन रेट को बढ़ाने के इरादे से जल्द ही लक्ष्य का पीछा पूरा कर लेगा, जो न्यूजीलैंड से 58 रन की हार के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ. 

जहीर खान ने अपने 14 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में भारत की ओर से खेलते हुए कुल 92 टेस्ट और 200 वनडे मैच खेले. इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 311 और वनडे मैचों में 282 विकेट हासिल किए. साथ ही 17 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके जहीर खान ने अपनी गेंदबाजी का लोहा उस समय दुनिया के हर क्रिकेट खेलने वाले देश में मनवाया था.

भारत को पहली जीत तो मिली है इस टूर्नामेंट में लेकिन क्या भारतीय टीम और तेज़ी के साथ लक्ष्य का पीछा कर सकती थी, क्योंकि भारतीय टीम का नेट रन रेट नेगेटिव है और उसके अगले दो मैच श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया से है. अगर भारत ने यह लक्ष्य 11.2 ओवर तक हासिल कर लिया होता तब भारत का नेट रन रेट सकारात्मक हो सकता था. 

तेंदुलकर की वापसी से करोड़ों प्रशंसकों के बीच एक बार फिर रोमांच लौटने वाला है, जो मास्टर ब्लास्टर की बल्लेबाजी का जादू देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. सुनील गावस्कर को लीग का कमिश्नर नियुक्त किया गया है.

क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने बावुमा स्थान पर रीजा हेंड्रिक्स को टीम में शामिल करने की घोषणा की है और बल्लेबाज रविवार को अबू धाबी में टीम से जुड़ेंगे. वहीं उनकी अनुपस्थिति में आयरलैंड के खिलाफ सीरीज के अंतिम मैच के लिए रासी वैन डेर डुसेन टीम की कप्तानी करेंगे.

धोनी ने सभी फॉर्मेट मिलाकर सबसे ज्यादा 332 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी की है. उनकी कप्तानी में भारत ने 178 मैच जीते और 120 में हार का सामना किया. आईपीएल में भी धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को पांच बार चैंपियन बनाया है.

IND vs BAN: बांग्लादेश अपने सर्वकालिक बेहतरीन ऑलराउंडर शाकिब अल हसन के संन्यास लेने के बाद पहली बार किसी भी फ़ॉर्मैट में मैदान पर उतरेगी. हालांकि महमूदुल्लाह और मुस्तफ़िज़ुर रहमान का अनुभव इस टीम के पास रहेगा. साथ ही भारतीय पिचों पर युवा लेग स्पिनर रिशाद हुसैन से अनुभवहीन भारतीय बल्लेबाज़ों को होशियार रहने की ज़रूरत होगी. 

सेंट्स अकादमी ने अब तक गैरेथ बेल, थियो वॉलकॉट, एलन शियरर, जेम्स वार्ड-प्रोज, ल्यूक शॉ, एडम लल्लाना, मैथ्यू ले टिसियर और एलेक्स ऑक्सलेड चेम्बरलेन जैसी विश्व स्तरीय प्रतिभाओं को तैयार किया है. 

डब्ल्यूपीएल के आगमन के बाद यह भारत का पहला टी20 विश्व कप है, इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम का हिस्सा बनने के लिए सजाना, श्रेयंका पाटिल और आशा शोभना जैसे अधिक आंकड़े और ब्रेकआउट स्टार खिलाड़ी लाए हैं.