Makar Sankranti: 58 दिनों तक बाणों की शैय्या पर लेटे रहे भीष्म पितामह, क्यों किया सूर्य के उत्तरायण होने का इंतजार?
कहा जाता है कि भीष्म पितामह, जिन्हें इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था, उन्होंने अपने प्राण त्यागने के लिए सूर्य के उत्तरायण होने की प्रतीक्षा की थी.