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Women Rights

महिलाओं के खिलाफ घिनौने कृत्य अनंत काल से होते आ रहे हैं और ये आज भी जारी हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि आज समाज ने ऐसे अपराधों को अत्यधिक सामान्य मान लिया है. ऐसे अन्यायों के लिए तालिबान जैसे समूहों को दोष देना सही है, लेकिन हम भी इसके लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं.

महिलाओं के अधिकारों की वकालत करना सभी का कर्तव्य है, चाहे वह स्त्रीवादी हो या नहीं. साथ ही यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि पुरुषों को उनके पूर्वजों के गलत कार्यों के लिए प्रताड़ित न किया जाए.