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FIU ने क्रिप्टो प्लेटफॉर्म के खिलाफ लिया सख्त एक्शन, जारी किया कारण बताओ नोटिस

एफआइयू के निदेशक ने इलेक्ट्रानिक्स मंत्रालय के सचिव को लिखे अपने पत्र में कहा है कि ये वीडीए अवैध तरीके से मनी लांड्रिंग कानून का उल्लंघन करते हुए काम कर रहे हैं.

Modi Government in Action: फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट इंडिया (FIU IND) ने 9 ऑफशोर वर्चुअल डिजिटल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर्स (VDA SPs) बिनेंस, कुकोइन, हुओबी, क्रैकन, गेट.आईओ, बिट्ट्रेक्स, बिटस्टैम्प, एमईएक्ससी ग्लोबल, बिटफिनेक्स को अनुपालन कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इतना ही नहीं, साथ ही, इलेक्ट्रानिक्स और सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्रालय से इनके यूआरएल को ब्लाक करने की सिफारिश की है.

एफआइयू ने इस संबंध में मंत्रालय को पत्र भी लिखा है। इन वीडीए पर मनी लांड्रिंग के साथ आतंकवाद के लिए फंडिंग का आरोप है. एफआइयू के मुताबिक जिन वीडीए को ब्लाक करने की सिफारिश की गई है, उनमें स्विट्जरलैंड की बिनानसे, सिंगापुर की कुकायन व मिक्स ग्लोबल, हांगकांग की हुओबी, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड की क्रकेन व बिटफिनेक्स, केमैन आइलैंड की गेटडाटआईओ, अमेरिका की बिट्रेक्स, लक्जमबर्ग की बिट्सटैंप शामिल हैं.

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एफआइयू के निदेशक ने इलेक्ट्रानिक्स मंत्रालय के सचिव को लिखे अपने पत्र में कहा है कि ये वीडीए अवैध तरीके से मनी लांड्रिंग कानून का उल्लंघन करते हुए काम कर रहे हैं. घरेलू और विदेशी वीडीए मुख्य रूप से वर्चुअल डिजिटल एसेट के लेन-देन का काम करते है और इस प्रकार का काम करने के लिए इन्हें भारत के एफआइयू के यहां अपना पंजीयन कराना अनिवार्य है. अभी 31 वीडीए एफआइयू के साथ पंजीकृत है। हालांकि ऐसी आशंका है कि कई वीडीए बिना पंजीयन के काम कर रहे हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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