Sudha Murty
लेखिका और परोपकारी सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए नामित किया है, जिसकी घोषणा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर की गई. अपनी सादगी के लिए जानी जाने वाली सुधा मूर्ति इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं और उन्हें उनके सामाजिक कार्यों के लिए पद्मश्री और पद्म भूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं. उन्होंने भारत में शिक्षा, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उनका जीवन किसी प्रेरणा से कम नहीं है. छात्र और बच्चे उनसे कड़ी मेहनत, विनम्रता और दृढ़ता सीख सकते हैं. इस आर्टिकल में हम आपको सुधा मूर्ति की कही कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जो हर बच्चे को छात्र को आगे बढ़ने के लिए प्रेरिंग करेंगी. अगर आपके बच्चे का आत्मविश्वास कम है या उसे हिम्मत की जरूरत है, तो आप उसे सुधा मूर्ति की कही इन बातों के बारे में जरूर बताएं.
आपको सीखना बंद नहीं करना है कभी
सुधा मूर्ति का कहना है कि सीखना बंद नहीं करना है. ये दुनिया लगातार बदलती रहती है इसलिए आपका अप-टू-डेट रहना जरूरी है. आपको लेटेस्ट जानकारी और ट्रेंड से अवगत होना चाहिए. आप जितना ज्यादा सीखेंगे, उतने ही बेहतर बनेंगे और जिंदगी में आगे बढ़ेंगे. बच्चों के आगे तो सीखने के लिए बहुत कुछ है इसलिए सुधा मूर्ति का यह कोट उनके बहुत काम आने वाला है.
अपने सपनों को छोड़ें नहीं
आपको कभी भी अपने सपनों को छोड़ना नहीं चाहिए. सपने को पूरा करना कितना ही मुश्किल क्यों न लग रहा हो, आपको हिम्मत नहीं हारनी है. अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं और हिम्मत नहीं हारते हैं, तो आज नहीं तो कल आपको अपनी मंजिल जरूर मिल जाएगी. बच्चे कम उम्र से ही इस बात काे सीख लें, तो वो अपनी जिंदगी में काफी कुछ हासिल कर सकते हैं.
फेल होने से डरना नहीं हैं
बच्चों को सिखाएं कि फेल होने से डरना नहीं बल्कि अपनी फेलियर से सीखना चाहिए. सुधा मूर्ति भी यही कहती हैं कि फेलियर सीखने और आगे बढ़ने का एक हिस्सा है. आप जितने ज्यादा फेल होंगे, उतना ही बेहतर अपनी गलतियों से सीख पाएंगे. बच्चों को फेलियर से डरने के बजाय उनसे सीखने की सीख दें.