
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मातृशक्ति के प्रति आदर और सम्मान की भावना को सभी का कर्तव्य बताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं. गोरखनाथ मंदिर में रविवार को कन्या पूजन के बाद सीएम योगी ने प्रदेशवासियों को वासंतिक नवरात्र और श्रीरामनवमी की शुभकामनाएं दीं और साथ ही महिलाओं के लिए समाज में समानता और न्याय सुनिश्चित करने की अपील की.
सीएम योगी ने कहा कि भारत की सनातन परंपरा में मातृशक्ति के प्रति आदर और श्रद्धा का विशेष स्थान रहा है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” और “मातृ वंदना” जैसी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान दिया जा रहा है. इसके अलावा, नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लागू होने से विधायिका से लेकर हर क्षेत्र में महिलाओं का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा रहा है.
महिलाओं के सम्मान में सरकार की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने महिलाओं के समग्र विकास के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, जिनसे उनका जीवन बेहतर और सशक्त हो रहा है. सीएम योगी ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए भी सरकार के प्रयासों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आज के समाज में महिला सशक्तिकरण महत्वपूर्ण है और इसे सुनिश्चित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है.
सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन के अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं से अपील की कि वे वासंतिक नवरात्र की नवमी तिथि का सही रूप से पालन करें. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में कन्या पूजन का विशेष महत्व है और यह पारंपरिक श्रद्धा का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि वासंतिक नवरात्र के दौरान आदिशक्ति मां भगवती के विभिन्न स्वरूपों का पूजन करके श्रद्धालु समाज में शांति और सद्भाव की भावना फैलाते हैं.
सीएम योगी की अपील: बेटियों के साथ अन्याय नहीं सहें
सीएम योगी ने समाज से यह अपील की कि सभी लोगों को एक साथ मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी बहन, बेटी या महिला किसी भी प्रकार के अन्याय का शिकार न हो. उन्होंने कहा कि बेटा-बेटी या महिला-पुरुष के भेदभाव से ऊपर उठकर हमें समाज में समानता स्थापित करनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि हम सभी इस दिशा में काम करेंगे तो एक सशक्त और विकसित भारत का सपना साकार होगा.
श्रीराम नवमी पर भगवान श्रीराम के जीवन से प्रेरणा
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि आज चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि श्रीराम के जन्मोत्सव का भी दिन है. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन हम सभी को मर्यादा, कर्तव्य और धैर्य का पालन करने की प्रेरणा देता है. श्रीराम का जीवन चरित्र हमें यह सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य नहीं खोना चाहिए और अपने कर्तव्यों को निभाना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी का रामेश्वरम में उद्घाटन
सीएम योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामेश्वरम में देश के पहले ऑटो ब्रिज (पंबन ब्रिज) का उद्घाटन करेंगे. उन्होंने कहा कि रामेश्वरम भारत के पवित्र स्थलों में से एक है और यहां भगवान श्रीराम ने उत्तर और दक्षिण की सीमाओं को जोड़कर जीवन का उत्सव मनाया था. यह नया ब्रिज पीएम मोदी के विकास और विरासत के विजन को दर्शाता है, जो भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक है.
नवीनतम बुनियादी ढांचा और विकास की दिशा
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम विकास और भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है. उन्होंने कहा कि यह ब्रिज न केवल यातायात को सुविधाजनक बनाएगा, बल्कि देश की सांस्कृतिक धरोहर को भी जीवित रखेगा.
नारी शक्ति का सम्मान और कर्तव्य पालन
सीएम योगी ने अपने भाषण में यह भी कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन हमें न केवल धार्मिक कर्तव्यों का पालन करने की प्रेरणा देता है, बल्कि यह भी सिखाता है कि हम सभी को अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाना चाहिए. उनका कहना था कि अगर हम सब मिलकर समाज में समानता और न्याय की स्थापना करेंगे, तो यह हमें एक मजबूत और उन्नत भारत की ओर ले जाएगा.
सीएम योगी के इस संदेश ने न केवल महिलाओं के सम्मान की बात की, बल्कि एक मजबूत और समान समाज की आवश्यकता पर भी जोर दिया. उनके भाषण से यह स्पष्ट है कि महिलाओं का सम्मान और उनके अधिकारों की रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता है, और इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं.
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-भारत एक्सप्रेस
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