Bharat Express

झांसी मेडिकल कॉलेज के चिल्ड्रन वार्ड में जिंदा जले 10 नवजात, 39 बच्चे खिड़की तोड़कर निकाले गए; डिप्टी सीएम ने किया निरीक्षण

Jhansi Medical College Fire: झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के चिल्ड्रन वार्ड में शुक्रवार रात भीषण आग लग गई. इस हादसे में 10 बच्चे जिंदा जल गए. जबकि, वार्ड की खिड़की को तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल किया गया है.

Jhansi Medical College Fire

झांसी मेडिकल कॉलेज के चिल्ड्रन वार्ड में जिंदा जले 10 नवजात.

Jhansi Medical College Fire: झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के चिल्ड्रन वार्ड में शुक्रवार रात भीषण आग लग गई. इस हादसे में 10 बच्चे जिंदा जल गए, 16 गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं, वार्ड की खिड़की को तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल किया गया है. बता दें कि हादसे के वक्त NICU वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे. घटना बीती रात तकरीबन साढ़े 10 बजे की है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शिशु वार्ड में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगी. जिसके बाद उसमें विस्फोट हुआ. विस्फोट इतनी जबरदस्त थी कि देखते ही देखते आग पूरे वार्ड में फैल गई. सूचना मिलने पर मौरे पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां पहुंचीं. फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत के बाद 2 घंटो में आग पर काबू पाया गया.

हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई. जिसमें उन्होंने कमिश्नर और डीआईजी को 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए.

हादसे की होगी 3 जांच: डिप्टी सीएम

इधर, घटनास्थल पर पहुंचे यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया का हादसे की तीन जांच होगी. पहली जांच स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाएगी. जबकि, दूसरी जांच पुलिस विभाग करेगी. इसके अलावा तीसरी चांज मजिस्ट्रेस से कराई जाएगी. डिप्टी सीएम ने बताया कि अगर कोई चूक पाई जाती है तो ऐसे में जिम्मेदारों पर कई कार्रवाई की जाएगी.

खाक में तब्दील हो गया पूरा NICU वार्ड

जिस वार्ड में नवजात बच्चे रखे गए थे, उसकी तस्वीरें सामने आई हैं. नवजात को रखने वाली मशीनें पूरी तरह से जलकर खाक हो गई हैं. इतना ही नहीं, पूरा वार्ड एक तरह से तहस-नहस हो गया है.

Jhansi Medical College Fire (1)

5-5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान

सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे में मरने वाले नवजात शिशुओं के परिजन को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी. जबकि, घायलों के माता-पिता को 50-50 हजार रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष से दिए जाएंगे.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read