

Karni Sena Protest in Agra: राणा सांगा पर विवादित बयान को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया. बुधवार को करीब 1000 से ज्यादा कार्यकर्ता बुलडोजर के साथ सांसद के आवास पहुंचे. उन्होंने वहां जमकर तोड़फोड़ की और पथराव किया. इस घटना में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए. सांसद रामजी लाल सुमन उस समय दिल्ली में थे, जबकि करणी सेना के कार्यकर्ता आगरा में बवाल मचा रहे थे.
करणी सेना का गुस्सा सपा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को “गद्दार” कहने के बयान पर था. रामजी लाल ने राज्यसभा में यह बयान 21 मार्च को दिया था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इसके बाद करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने अपने महापुरुष की सम्मान की रक्षा के लिए सांसद के घर पर हमला बोला.
बुलडोजर लेकर आगरा पहुंचे थे करणी सैनिक
सपा सांसद के घर के बाहर रखी 40-50 कुर्सियां तोड़ दी गईं, और 10 से ज्यादा गाड़ियों को भी नुकसान पहुँचाया गया. कार्यकर्ताओं ने घर का मेन गेट तोड़ने की कोशिश की और अंदर घुसने का प्रयास किया. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और एक्सप्रेस-वे से शहर के अंदर घुस गए.
करणी सेना के हमले पर अखिलेश का बयान
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कार्रवाई की मांग की और कहा कि अगर मुख्यमंत्री प्रभावी हैं, तो तत्काल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें. अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि इस हिंसक हमले का उद्देश्य उनके दलित सांसद को निशाना बनाना था. साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब मुख्यमंत्री की अनुमति से हुआ है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश पर बीजेपी का पलटवार
घटना के बाद यूपी बीजेपी ने भी अखिलेश यादव पर तंज कसा. बीजेपी ने आरोप लगाया कि सपा अध्यक्ष ने अपने सांसद के बयान का समर्थन करके हिंसा को बढ़ावा दिया है. बीजेपी नेता केशव प्रसाद मौर्य ने भी सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि यह पार्टी हमेशा देश के महापुरुषों का अपमान करती है और देश के दुश्मनों का समर्थन करती है.
‘हमने राणा सांगा के सम्मान में यह कदम उठाया’
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरू सिंह ने भी इस हमले के बारे में बयान दिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि राणा सांगा की इज्जत के लिए यह कदम उठाया गया है. उनका कहना था कि अगर सांसद माफी मांगने के लिए तैयार नहीं हैं तो उन्हें नाक रगड़कर माफी मांगनी पड़ेगी.
बहरहाल स्थिति नियंत्रण में है: पुलिस अधिकारी
हालात को बिगड़ते हुए देखकर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कई थानों की फोर्स मौके पर भेजी गई. अंततः पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने में सफलता पाई. फिलहाल, स्थिति शांतिपूर्ण है और सांसद के घर के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की गई है.
इस घटनाक्रम के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. सपा और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. सपा ने बीजेपी पर जातिवादी राजनीति करने का आरोप लगाया, वहीं बीजेपी ने सपा को हिंसा और अशांति का कारण बताया.
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