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लखनऊ में 900 एकड़ से भी अधिक क्षेत्र में बनेगी दुनिया की पांचवीं नाइट सफारी, जानें कब से विजिट कर पाएंगे टूरिस्ट

सीएम योगी ने कहा कि कुकरैल नाइट सफारी का निर्माण हो जाने के बाद यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर आ जाएगा, जिससे विदेशी पर्यटक भी आकर्षित होंगे. कुकरैल नाइट सफारी परियोजना को लखनऊ स्थित अन्य पर्यटन स्थलों से भी जोड़ा जाएगा

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

Lucknow Night Safari: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा है कि दिसंबर 2026 में उत्तर प्रदेश देश को पहली नाइट सफारी का उपहार देगा. राजधानी लखनऊ में बनने जा रही यह नाइट सफारी देश और दुनिया के प्रकृति प्रेमियों के लिए एक नया डेसटिनेशन होगा. यह दुनिया की पांचवीं नाइट सफारी होगी.

सीएम योगी के सामने मंगलवार (19 नवंबर) को उनके सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में प्रस्तावित कुकरैल नाइट सफारी पार्क एवं जू का प्रस्तुतिकरण किया गया. सीएम ने कहा कि निर्माण कार्य हर हाल में जून 2026 तक पूरा कर लिया जाए. नाइट सफारी व जू के लिए वन्य जीवों के लाने की समुचित व्यवस्था प्रारंभ कर दी जाए. नाइट सफारी व जू की इकोनामी के लिए सस्टेनेबल मॉडल विकसित किया जाए. 72 फीसदी एरिया में ग्रीनरी विकसित की जाए और यहां सौर ऊर्जा के प्रोजेक्ट को भी जगह दी जाए.

योगी ने कहा कि नाइट सफारी प्रोजेक्ट राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है, इसके निर्माण के लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से अनुमति प्राप्त हो गई है. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में दिसंबर 2026 में देश को पहली नाइट सफारी का उपहार मिल जाए. नाइट व डे सफारी का निर्माण चरणबद्ध रूप से होगा. लखनऊ में यह लगभग 900 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैली होगी.

विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगी सफारी

सीएम योगी ने कहा कि कुकरैल नाइट सफारी का निर्माण हो जाने के बाद यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर आ जाएगा, जिससे विदेशी पर्यटक भी आकर्षित होंगे. कुकरैल नाइट सफारी परियोजना को लखनऊ स्थित अन्य पर्यटन स्थलों से भी जोड़ा जाएगा. नाइट सफारी के 72 फीसदी क्षेत्र को ग्रीनरी में विकसित किया जाएगा.

जानवरों को चिह्नित कर यहां लाया जाएगा

सीएम योगी ने निर्देश दिया कि जानवरों को चिह्नित करने, यहां लाने व क्वारंटीन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाए. कुकरैल नाइट सफारी परियोजना के अंतर्गत ईको टूरिज्म जोन भी विकसित किया जाएगा. सौर ऊर्जा के प्रकल्पों को स्थान दिया जाए.  यहां कैफेटेरिया, 7 डी थियेटर, ऑडिटोरियम, पार्किंग आदि की भी सुविधा हो. उन्होंने कहा कि एडवेंचर जोन के तहत सुपरमैन जिपलाइन, आर्चरी, जिप लाइन, बुरमा ब्रिज, पैडल बोट, स्काई रोलर, फाउंटेन, किड्स एक्टिविटी के लिए जंगल एनिमल थीम, स्काई साइकिल आदि विकसित किया जाए. डे सफारी का विस्तार दूसरे चरण में होगा.

ये रहेंगी सफारी की विशेषताएं

नाइट-डे सफारी क्षेत्र में इंडियन वॉकिंग ट्रे, इंडियन फुटहिल, इंडियन वेटलैंड, एरिड इंडिया व अफ्रीकन वेटलैंट की थीम पर विकसित किए जाएंगे. पर्यटकों द्वारा नाइट सफारी पार्क को देखने के लिए 5.5 किलोमीटर ट्रामवे और 1.92 किमी पाथवे की व्यवस्था होगी. सफारी में एशियाटिक लॉयन, घड़ियाल, बंगाल टाइगर, उड़न गिलहरी, तेंदुआ, हॉयना जैसे जानवर मुख्य आकर्षण होंगे.

-भारत एक्सप्रेस

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