अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ.
पाकिस्तान ने अमेरिका के एक अधिकारी द्वारा उठाए गए मिसाइल क्षमताओं और डिलीवरी सिस्टम को लेकर चिंता को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. पाकिस्तान का कहना है कि इस तरह के निराधार आरोप उसके और अमेरिका के रिश्तों के लिए हानिकारक हो सकते हैं. इस हफ्ते के शुरू में, अमेरिकी उप-राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने पाकिस्तान पर लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करने का आरोप लगाया था, जिससे अमेरिका भी प्रभावित हो सकता है.
पाकिस्तान ने दी रिश्तों की दुहाई
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि अमेरिकी अधिकारी की टिप्पणियां गलत और बिना किसी ठोस प्रमाण के हैं. पाकिस्तान ने यह भी कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच 1954 से अच्छे रिश्ते रहे हैं, और ऐसे आरोपों से दोनों देशों के रिश्तों को नुकसान पहुंच सकता है. पाकिस्तान ने यह स्पष्ट किया कि उसने कभी भी अमेरिका के खिलाफ किसी भी प्रकार की दुश्मनी नहीं पाली है.
भारत का लिया नाम
पाकिस्तान ने यह भी कहा कि अमेरिकी अधिकारी ने पाकिस्तान को ऐसे देशों की श्रेणी में रखा है जिनके अमेरिका के साथ रिश्ते अच्छे नहीं हैं, जो कि दुखद है. इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत का नाम लेते हुए कहा कि भारत के पास कहीं ज्यादा शक्तिशाली मिसाइल क्षमता है, लेकिन इस पर कभी कोई चिंता नहीं जताई जाती.
यह भी पढ़ें- Pakistan: खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 16 सैनिकों की मौत
पाकिस्तान ने कहा कि उसकी मिसाइल क्षमताएं केवल उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के उद्देश्य से विकसित की गई हैं. पाकिस्तान ने किसी भी प्रकार की घुसपैठ को नकारते हुए कहा कि वह अपने मिसाइल कार्यक्रम पर अडिग है और इस पर पूरे देश में एकजुटता है.
अमेरिका ने क्या कहा था?
बता दें कि हाल ही में अमेरिकी उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने पाकिस्तान पर लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल क्षमता विकसित करने का आरोप लगाया था. जिसकी रेंज में अमेरिका तक आ सकते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.