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Varanasi: पहली बार…बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे 18 प्रदेश के 50 हजार से अधिक यादव बंधु, काशी में अनोखा होगा सावन का पहला सोमवार

1932 से चली आ रही यह यात्रा परंपरागत तरीके से निकाली जाएगी. इसकी तैयारी को लेकर यादव बंधु की एक बैठक भी हुई.

Kashi Vishwanath Mandir

काशी विश्वनाथ मंदिर

Kashi Vishwanath Mandir: इस बार काशी में सावन का पहला सोमवार एकदम अनोखा होने जा रहा है. दरअसल ये पहला मौका होगा जब 18 प्रदेशों के यादव बंधु बाबा विश्वनाथ का एक साथ जलाभिषेक करने के लिए वाराणसी पहुंचेंगे. इस मौके पर पहली बार 50 हजार से अधिक यादव बंधु बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे. 1932 से चली आ रही यह यात्रा परंपरागत तरीके से निकाली जाएगी.

इसकी तैयारी को लेकर रविवार को यादव बंधुओं की बैठक हुई, जिसमें श्री काशी विश्वनाथ मंदिर सहित अन्य नौ शिवालयों में प्रभारी घोषित किए गए. रविवार को विशेश्वरगंज के पुराना दूधकटरा स्थित श्रीविश्वनाथ यादव के बागीचे में बैठक के दौरान यादव बंधुओं ने जलाभिषेक के दौरान होने वाली विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई. इसी के साथ ही शिवभक्तों का जलाभिषेक सुचारू रूप से संपन्न कराने को लेकर भी चर्चा हुई.

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काशी में उमड़ रहे हैं विदेशी सैलानी

बता दें कि काशी धाम में पिछले दो सालों में लाखों विदेशी सैलानी हाजिरी लगा चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धाम के लोकार्पण के बाद लगभग 25 महीनों में बाबा के दरबार में 139 देशों के भक्तों ने हाजिरी लगाई है. तो इसके अलावा अगर संख्यात्मक आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2019 के मुकाबले वर्ष 2023 में केवल श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या में ही चार गुने से भी अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है.

इस बार सावन में हैं पांच सोमवार

शिव भक्तों के लिए हर साल की तरह ही इस बार भी सावन का इंतजार है. बता दें कि इस बार सावन के पांच सोमवार पड़ रहे हैं. सावन इस बार 22 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसी दिन सोमवार भी है. इसको लेकर काशी विश्वनाथ में तैयारी तेज कर दी गई है. हर साल की तरह इस बार भी सावन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना है. सावन का आखिरी सोमवार 19 अगस्त को पड़ेगा. माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव पृथ्वी लोक में आते हैं. यही वजह है कि सावन में लोग बढ़चढ़ कर भोले बाबा की पूजा करते हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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