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उत्तर प्रदेश: मां ने बेटी की हत्या के लिए दी थी सुपारी, फिर कुछ ऐसा हुआ कि मां का ही हो गया मर्डर, पूरा मामला जानें

उत्तर प्रदेश के एटा जिले का मामला. एटा पुलिस ने 42 वर्षीय की हत्या के आरोप में 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले की जांच जारी है.

हत्या के आरोपी के एटा पुलिस के अधिकारी.

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के एटा (Etah) जिले से हत्या (Murder) का एक ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसे सुनकर पारिवारिक रिश्तों से आपका भरोसा उठ जाएगा. 42 साल की एक महिला अपनी बेटी के प्रेस प्रसंग (Love Affairs) से इस कदर परेशान होती है कि उनकी हत्या की सुपारी दे दी है. हालांकि परि​स्थितियां कुछ ऐसे करवट बदलती हैं कि महिला का ये कदम उसके लिए ही जानलेवा साबित होता है.

यह भयावह घटना एटा जिले के जरथरपुर थाने के एक गांव में बीते 6 अक्टूबर को सामने आई, जिसने मां-बेटी के रिश्ते को ही शर्मसार कर दिया. गांव के एक खेत में एक महिला का शव बरामद होने के बाद ये मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. कॉन्ट्रैक्ट किलिंग (Contract Killing) की ये कहानी उतनी मामूली नहीं है, जितनी दिखती है. मामले की परत-दर-परत जब खुलती है तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं.

हैरान कर देने वाली घटना

खेत में मिला शव 42 साल की उसी महिला अलका देवी का होता है, जिसने अपनी बेटी की हत्या की सुपारी दी हुई थी. दरअसल मृतक महिला हत्या की सुपारी जिसे देती है, वही बेटी का प्रेमी निकल जाता है. बेटी के शादी करने का वादा करने के बाद वह उसकी मां की हत्या करने पर राजी हो जाता है.

बीते 5 अक्टूबर को अलका देवी एक मुकदमे की पैरवी करने एटा गई होती हैं. जब वह देर शाम तक वापस नहीं लौटीं तो उनके पति रमाकांत ने उनके मोबाइल पर फोन किया, लेकिन फोन बंद था. उन्होंने उनकी तलाश शुरू की और रविवार (6 अक्टूबर) शाम तक कोई सुराग नहीं मिला. इस दौरान उनके पास एक फोन आया, जो पुलिस का था. पुलिस ने उन्हें एक शव की पहचान करने को कहा, ये सुनकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई.

शव की शिनाख्त

किसी तरह वह पुलिस के पास पहुंचे तो शव उनकी पत्नी अलका देवी की ही होती है. शिनाख्त के बाद अलका के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया और रमाकांत ने जसरथपुर थाने में अपने गांव के ही दो लोगों- अखिलेश और अनिकेत के खिलाफ केस दर्ज करा दिया. बताया जा रहा है कि दोनों पर अलका की बेटी को बहला-फुसलाकर अगवा करने का भी आरोप है. एक रिपोर्ट के अनुसार, नया गांव पुलिस ने अखिलेश को जेल में डाल दिया है, जबकि नाबालिग लड़की को सुरक्षित बचाकर उसके परिवार के पास भेज दिया गया है.


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हत्या करवाने का फैसला

इसके बाद अलका अपनी बेटी को फर्रुखाबाद जिले के सिकंदरपुर खास गांव में अपने मायके भेज देती हैं. यहीं कदम इस पूरी घटना का टर्निंग पॉइंट होती है. वहां बेटी का 38 वर्षीय सुभाष से रिश्ता हो जाता है. सुभाष एक हिस्ट्रीशीटर होता है और एक मामले में 10 साल जेल की सजा भी काट चुका है. सुभाष ने लड़की से बात करने के लिए मोबाइल फोन दे देता है.

अलका अपनी बेटी के प्रेम संबंध से तंग आ चुकी थीं. उन्होंने बेटी की हत्या करवाने का फैसला किया और हत्या को अंजाम देने के लिए सुभाष को 50,000 रुपये की सुपारी दे दी. हालांकि सुपारी देते वक्त उन्हें इस बात की भनक भी नहीं थी कि जिस व्यक्ति से वह हत्या करवाने जा रही हैं, वहीं बेटी की प्रेमी है.

ऐसे हुई हत्या

सुभाष ये बात लड़की बता देता है. इसके बाद लड़की उसके सामने ये शर्त रखती है कि अगर वह उसकी मां को जान से मार देता है तो उससे शादी कर लेगी. इसके बाद दोनों प्लान बनाते हैं. वे अलका को बेटी की हत्या की झूठी तस्वीरें भेजकर बेवकूफ बनाने की कोशिश करते हैं, लेकिन वह उन्हें सुपारी के 50 हजार रुपये नहीं देती हैं.

इससे नाराज होकर सुभाष, अलका को आगरा बुलाता है और उनसे मिलने के लिए उनकी बेटी के साथ पहुंच जाता है. इसके बाद तीनों आगरा से एटा आते हैं और एक जगह रामलीला मेला देखते हैं. वहां से वे अलीगंज होते हुए अलका को नगला चंदन गांव ले जाते हैं. यहीं अलका की हत्या कर दी जाती है. पुलिस के मुताबिक, महिला की गला घोंटकर हत्या की गई है. बेटी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

​-भारत एक्सप्रेस

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