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इजरायल के खिलाफ क्यों हुआ अमेरिका? रफाह पर हमले से गु्स्साए बाइडेन ने रोक दी गोला-बारूद की सप्लाई

चरमपंथी हमास द्वारा पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर घातक हमला किये जाने के जवाब में इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमला शुरू कर दिया था. जिसके बाद से 10 लाख से अधिक नागरिकों ने रफाह में शरण ली हुई है.

Israel Hamas War

Israel Hamas War: अमेरिका ने गाजा के रफाह शहर पर हमला करने के इजरायल के फैसले को लेकर चिंता व्यक्त की है. इसके साथ ही अमेरिका ने पिछले सप्ताह इजरायल को गोला बारूद की खेप की आपूर्ति रोक दी है.इस खेप में 2000 पाउंड वजन (900 किलोग्राम) के 1800 बम और 500 पाउंड वजनी (225 किलोग्राम) 1700 बम भेजे जाने थे. अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अमेरिका ने इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि कैसे इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटकों का इस्तेमाल घनी आबादी वाले क्षेत्र में किया जा सकता है.

हमास ने किया था हमला

चरमपंथी हमास द्वारा पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर घातक हमला किये जाने के जवाब में इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमला शुरू कर दिया था, जिसके बाद से 10 लाख से अधिक नागरिकों ने रफाह में शरण ली हुई है. अमेरिका ने ऐतिहासिक रूप से इजरायल को भारी मात्रा में सैन्य सहायता मुहैया कराई है. हमास के 7 अक्टूबर के हमले के बाद इसमें काफी तेजी दिखी गई. हमास के हमले में इजरायल में लगभग 1,200 लोगों की जान चली गई थी और लगभग 250 लोगों को हमास आतंकियों ने बंधक बना लिया था.

दोनों देशों के बीच बढ़ सकता है गतिरोध

वहीं गोला बारूद की खेप को रोकने से इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन के बीच बढ़ता गतिरोध और खुलकर सामने आया गया है. बाइडन ने इजरायल से गाजा में निर्दोष नागरिकों की रक्षा के लिए और अधिक उचित कदम उठाने का आह्वान किया था.

वहीं, बाइडन प्रशासन इस हफ्ते इस बात पर फैसला दे सकता है कि क्या इजरायल द्वारा गाजा में हवाई हमला और उस तक सहायता सामग्री न पहुंचने देने में अंतरराष्ट्रीय और अमेरिकी कानूनों का उल्लंघन हुआ है जो नागरिकों को युद्ध की भीषणता से बचाने के लिए बनाए गए हैं.

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व्हाइट हाउस की ओर से कई महीने तक आपत्ति दर्ज कराए जाने के बावजूद इजरायली सरकार रफाह पर हमले की तैयारी करती रही, जिसके बाद अप्रैल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने इजरायल को भविष्य में सैन्य सहायता भेजने की समीक्षा शुरू कर दी.

-भारत एक्सप्रेस

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