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बांग्‍लादेश में हिंदुओं पर अत्‍याचार: ढाका पहुंचे भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री, धार्मिक-स्थलों की सुरक्षा पर दिया जोर

बांग्‍लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जुल्‍म के खिलाफ भारत सरकार ने वहां की अंतरिम सरकार से ऐतराज जताया. ढाका पहुंचे भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि सनातनियों की धार्मिक और सांस्कृतिक संपत्ति पर हो रहे हमले चिंताजनक हैं.

india Secretary Vikram Misri

विदेश सचिव विक्रम मिस्री बांग्लादेश गए. वहां उन्होंने सख्त मैसेज दिया.

India Bangladesh Tensions: बांग्‍लादेश में हिंदुओं पर हमलों की घटनाओं के बीच भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ढाका पहुंचे. वहां धार्मिक स्थलों पर हुए हमलों पर भारतीय विदेश सचिव ने बांग्‍लादेश सरकार के समक्ष गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने बांग्‍लादेश के विदेश सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से कहा कि ये हमले “दुःखद” और “अवांछनीय” हैं.

भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत की इच्छा बांग्‍लादेश के साथ एक “सकारात्मक, रचनात्मक और आपसी लाभकारी” संबंध बनाने की है. उन्होंने बांग्‍लादेश की अंतरिम सरकार से भारत के करीबी और सहयोगपूर्ण संबंधों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई.

मिस्री ने इस दौरान बांग्‍लादेश के अल्पसंख्यकों के सुरक्षा और भलाई को लेकर अपनी चिंताओं का भी उल्लेख किया.

धार्मिक और सांस्कृतिक संपत्ति पर हमले चिंताजनक

विक्रम मिस्री ने बांग्‍लादेश में अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों और धार्मिक स्थलों की तोड़फोड़ की घटनाओं को गंभीरता से लिया और कहा कि भारत इन घटनाओं पर गहरी चिंता जताता है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इन घटनाओं से दोनों देशों के बीच रिश्ते प्रभावित हुए हैं और बातचीत में यह मुद्दा प्रमुख रूप से उठाया गया.

बांग्‍लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती जा रही हिंसा

भारत-बांग्‍लादेश संबंधों में हालिया तनाव बांगलादेश में अगस्त महीने में प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद बढ़ा. इसके बाद बांग्‍लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ कई हिंसक घटनाएं हुईं, जिसमें उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक संपत्तियों पर हमले और पुजारियों के खिलाफ कार्रवाई भी शामिल है. बांग्‍लादेश की अंतरिम सरकार ने इन घटनाओं को हसीना शासन के समर्थकों के खिलाफ गुस्से का परिणाम बताया है.

भारत-बांग्‍लादेश वार्ता का महत्व

विक्रम मिस्री की इस यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि भारत बांग्‍लादेश के साथ अपने रिश्तों को मजबूत और स्थिर रखना चाहता है. दोनों देशों के बीच हुए इस संवाद ने दोनों पक्षों को अपने संबंधों पर पुनः विचार करने का अवसर दिया है.

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