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Ayush Visa: 1 साल में भारत ने जारी किए 340 आयुष वीजा, जानिए देश में कैसे बढ़ता जा रहा है मेडिकल टूरिज्म

भारत सरकार ने आयुष वीजा की एक नई कैटेगरी शुरू की, जो विदेशी नागरिकों को आयुष चिकित्सा पद्धतियों के तहत इलाज कराने के लिए भारत आने की अनुमति देती है. मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए भी एक पोर्टल लॉन्च किया गया है.

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केंद्रीय आयुष मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने आयुष वीजा के बारे में बताया.

Ayush Visa For Foreigners: भारत ने आयुष चिकित्सा पद्धतियों के तहत इलाज करवाने के लिए विदेशी नागरिकों को 340 से अधिक आयुष वीजा जारी किए हैं. केंद्र सरकार के अनुसार, जुलाई 2023 से दिसंबर 2024 के बीच 123 नियमित आयुष वीजा, 221 ई-आयुष वीजा और 17 e-Ayush अटेंडेंट वीजा जारी किए गए हैं.

देश में आयुष वीजा की नई कैटेगरी की शुरुआत

भारत सरकार ने जुलाई 2023 में आयुष वीजा की एक नई कैटेगरी शुरू की, जो विदेशी नागरिकों को आयुष चिकित्सा पद्धतियों के तहत इलाज कराने के लिए भारत आने की अनुमति देती है. इस नई कैटेगरी में चार उप-श्रेणियाँ शामिल हैं: आयुष वीजा, आयुष अटेंडेंट वीजा, ई-आयुष वीजा और ई-आयुष अटेंडेंट वीजा.

यह पहल भारत को आयुष चिकित्सा पद्धतियों का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पोर्टल लॉन्च

स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेशों से इलाज के लिए भारत आने वाले लोगों के लिए एक समर्पित पोर्टल भी लॉन्च किया है. इस पोर्टल का नाम ‘एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया’ है, जो चिकित्सा पर्यटन (Medical Value Travel, MVT) के क्षेत्र में एक ‘वन-स्टॉप’ सूचना पोर्टल के रूप में कार्य करेगा. इसका उद्देश्य विदेशी नागरिकों को भारत में आयुष इलाज की सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान करना है.

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आयुष चिकित्सा

केंद्रीय आयुष मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि सरकार ने आयुष चिकित्सा पद्धतियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHCs), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHCs) और जिला अस्पतालों (DHs) में एकीकृत करने की योजना बनाई है. यह कदम भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली को और मजबूत बनाने और मरीजों को विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों का चुनाव करने की सुविधा देने के लिए उठाया गया है.

आयुष मेडिकल वैल्यू ट्रेवल समिट

सितंबर 2024 में मुंबई में आयोजित आयुष मेडिकल वैल्यू ट्रेवल समिट का उद्देश्य भारत को चिकित्सा पर्यटन में एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करना था. इस समिट में आयुष चिकित्सा और आधुनिक स्वास्थ्य प्रणाली के समन्वय पर चर्चा की गई, जिसका विषय था “Global Synergy in Ayush: चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा में क्रांति लाना”.

इस पहल के माध्यम से भारत अपनी आयुष पद्धतियों को दुनिया भर में प्रमोट करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है और विदेशी नागरिकों को आकर्षित कर रहा है.

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  • भारत एक्सप्रेस


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