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शेख हसीना भारत में ही रहेंगी? बेटे बोले- किसी देश से शरण नहीं मांगी; बांग्लादेश को 75,000 करोड़ टका का नुकसान

बांग्लादेश में बवाल मचा हुआ है. प्रधानमंत्री शेख हसीना को जान बचाकर वहां से भागना पड़ा. वे भारत आ गईं और यहां से किसी तीसरे देश जाने की खबरें आ रही हैं. हालांकि, उनके बेटे जॉय ने दावा किया है कि हसीना ने किसी भी देश से राजनीतिक शरण नहीं मांगी है.

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बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना. इनसेट में उनके बेटे वाजेद जॉय.

Bangladesh News: बांग्लादेश में बवाल मचा हुआ है. वहां छात्र नेताओं की अगुवाई में जुटी लाखों लोगों की भीड़ ने बरसों से सत्‍ता पर काबिज प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश से भागने के लिए मजबूर कर दिया. आनन-फानन में शेख हसीना अपने कुछ करीबियों के साथ सोमवार को हेलिकॉप्‍टर से भारत आ गईं. यहां से उनके लंदन जाने की खबरें आने लगीं.

मगर, अभी शेख हसीना के बेटे वाजेद जॉय ने कहा है कि शेख हसीना अभी भारत में ही रहेंगी. वाजेद जॉय ने जर्मन वेबसाइट डॉयचे वेले से बात की थी, अपने बयान में उन्‍होंने कहा कि मेरी मां का कहीं और जाने का अभी कोई प्लान नहीं है. उन्‍होंने वो दौर देखा है जब परिवार के लोगों को हिंसक भीड़ ने घेर लिया था. जिन्होंने मुल्‍क को पाकिस्‍तान से आजादी दिलाई, उनकी हत्‍या कर दी गई थी.

शेख हसीना के बेटे वाजेद जॉय

वे पीएम पद से इस्तीफा देंगी, ये बात कुछ लोग जानते थे

वाजेद जॉय ने दावा कि किया हसीना ने अभी तक किसी भी देश से राजनीतिक शरण नहीं मांगी है. जॉय ने कहा कि उनके ब्रिटेन या अमेरिका जाने के दावे किए जा रहे हैं, जो कि सच नहीं है. उन्होंने ये भी कहा शेख हसीना ने इस्तीफा देने का फैसला एक दिन पहले ही कर लिया था. कुछ ही लोग ये बात जानते थे.

15 दिनों में बांग्लादेश को 75,000 करोड़ टका का नुकसान

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रदर्शन से बीते 15 दिनों में 75,000 करोड़ टका का नुकसान हुआ है. ये रकम 54 हजार करोड़ भारतीय रुपये के बराबर है.

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शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़कर निकलना पड़ा

हसीना की पार्टी और सहयोगी दलों के 29 नेताओं की हत्‍या

जुलाई से बांग्‍लादेश में हिंसक घटनाएं हो रही हैं और वहां 300 से ज्‍यादा लोग मारे गए हैं. राजधानी ढाका समेत कई स्‍थानों पर जारी हिंसा में हसीना की पार्टी अवामी लीग और उनके सहयोगी दलों से जुड़े करीब 29 नेताओं की मंगलवार को हत्या कर दी गई. इनमें अवामी लीग के 20 नेता शामिल हैं.

भारतीय दूतावास के 190 कर्मचारी बांग्‍लादेश से वापस लौटे

खबर यह भी है कि भारतीय दूतावास के 190 कर्मचारी बांग्लादेश से वापस लौट आए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक 20 से 30 स्टाफ्स अभी भी ढाका में मौजूद है. भारतीय दूतावास ने बांग्‍लादेश की अंतरिम सरकार से सुरक्षा मुहैया कराने की गुहार लगाई है.

– भारत एक्‍सप्रेस

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