पीएम नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी
Qatar Dahra Global Case: कतर में मौत की सजा पाए 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को लिए कल गुरुवार (28 दिसंबर) का दिन उम्मीद की बड़ी किरण लेकर आया. इन 8 लोगों की सजा पर रोक लगा दी गई है. दाहरा ग्लोबल केस में अपील कोर्ट ने कल गुरुवार को अपना फैसला सुनाते हुए इन 8 पूर्व सैनिकों की सजा कम कर दी है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि अपील कोर्ट में परिवार के सदस्यों के साथ कतर में उनके राजदूत और अन्य अधिकारी मौजूद थे. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि हम शुरू से ही उनके साथ खड़े रहे हैं और भविष्य में भी हर तरह की कूटनीतिक और कानूनी मदद देते रहेंगे. इसके बाद से ही इनके वतन वापसी की उम्मीदें बढ़ गई हैं. बीजेपी ने और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने इसको लेकर खुशी जताई है.
भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत
इसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है. बीतें दिनों ही दुबई में 2 दिसंबर 2023 को पीएम नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी की मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों नेता एक दूसरे का हाथ पकड़े हुए थे और मुस्कुराहट के साथ मुलाकात की. ऐसे में तभी लगने लगा था कि हो सकता है आने वाले दिनों में कतर की जेल में बंद 8 भारतीयों को जल्दी ही कोई बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है. विदेश नीति के जानकारों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के शेख की इस मुलाकात और दोनों के बीच बने समीकरणों ने 8 भारतीयों को फांसी की सजा से राहत देने में बड़ा रोल निभाया है.
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एक साल बिना मुकदमें के हिरासत में रखा गया
8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को 30 अगस्त 2022 को गिरफ्तार किया था. कतर की अदालत ने इन आठ लोगों को मौत की सजा सुनाई थी. वहीं सजा से बिना कोई मुकदमा चलाए इन्हें एक साल तक हिरासत में रखा गया. इन लोगों पर जासूसी का आरोप लगाया गया था. 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों के नाम कमांडर सुग्नाकर पकाला, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कमांडर पूर्णेन्दु तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और सेलर रागेश हैं.