जी-7 देशों की ईरान को चेतावनी
Iran-Israel War: ईरान की ओर से इजरायल पर किए गए हमले के बाद से दुनिया में एक और युद्ध शुरू होने की आशंका बढ़ गई है. जिसको लेकर रविवार को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा था कि दुनिया अब एक और युद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकती है. वहीं अब इस हमले को लेकर जी-7 देशों ने कड़ी निंदा की है. जी-7 देशों ने कहा कि इस हमले के बाद अनियंत्रित तनाव बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है.
UN ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र ने इन हमलों को देखते हुए एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाने का फैसला लिया है. जिससे मौजूदा हालातों पर चर्चा की जा सके और आगे के लिए निष्कर्ष निकाला जाए. बता दें कि शनिवार (13 अप्रैल) को ईरान ने इजराइल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागीं थी. ईरान ने कहा कि उसने यह हमला सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल को हुए हमले के जवाब में किया गया है.
99 प्रतिशत ड्रोन्स हवा में नष्ट- IDF
इजराइली सेना ने रविवार को कहा कि शनिवार देर रात ईरान ने हमला किया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइल दागीं. एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागी गईं जिनमें से 99 प्रतिशत को हवा में ही नष्ट कर दिया गया.
“ईरान ने क्षेत्र को अस्थिर करने की कोशिश की”
जी-7 देशों के नेताओं ने राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा की गई कॉन्फ्रेंस कॉल के बाद एक संयुक्त बयान में कहा, “अपने इन कदमों के जरिए ईरान ने क्षेत्र को अस्थिर करने की दिशा में कदम बढ़ाया है और एक अनियंत्रित क्षेत्रीय तनाव को भड़काने का जोखिम पैदा किया है. इससे बचना चाहिए. हम स्थिति को स्थिर करने और तनाव बढ़ने से रोकने के लिए काम करना जारी रखेंगे.”
ईरान द्वारा इजराइल पर शनिवार को किए गए हमले के एक दिन बाद जारी बयान में कहा गया, ‘‘हम मांग करते हैं कि ईरान और उसके छद्म सहयोगी अपने हमले बंद करें और हम अस्थिर करने वाली और पहल के जवाब में आगे कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं. जी-7 समूह में अमेरिका, इटली, जापान, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा शामिल हैं.
-भारत एक्सप्रेस