पश्मीना शॉल.
PM Modi Gifted a Pashmina Shawl to Jill Biden: प्रधानमंत्री मोदी तीन दिवसीय अमेरिका दौरे पर हैं. अपने तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने क्वाड देशों के नेता से मुलाकात की. शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने डेलावेयर के ग्रीनविल स्थित अपने घर पर गर्मजोशी से स्वागत किया. अमेरिका दौरे पर गए पीएम मोदी अमेरिका की प्रथम महिला और राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन के लिए उपहार ले गए. उन्होंने जिल बाइडेन को पश्मीना शॉल भेंट किया. असाधारण गुणवत्ता और अद्वितीय सुंदरता वाली पश्मीना शॉल जम्मू-कश्मीर में बनाई जाती है.
पश्मीना शॉल की कहानी
पश्मीना शॉल की कहानी लद्दाख के ऊंचे इलाकों में रहने वाली चंगथांगी बकरी से शुरू होती है. इसका सर्दियों का कोट, जिसे पश्म के नाम से जाना जाता है, शॉल की आत्मा है. यह अविश्वसनीय रूप से महीन और मुलायम रेशा हाथ से बनाया जाता है. कुशल कारीगर पश्म को अक्सर पीढ़ियों से चली आ रही पारंपरिक तकनीकों का उपयोग करके हाथ से सूत में बदल देते हैं.
पीढ़ियों से चली आ रही विरासत
पश्मीना शॉल की रंग-बिरंगी छटा उस भूमि की तरह ही विविधतापूर्ण है, जहां से यह आती है. पौधों और खनिजों से प्राप्त प्राकृतिक रंग कपड़े को जीवंत रंग प्रदान करते हैं. पश्मीना शॉल पीढ़ियों से चली आ रही विरासत है, जो अपने धागों में यादें और भावनाएं समेटे हुए है. समकालीन डिजाइनर आधुनिक संवेदनाओं को शामिल कर रहे हैं, बोल्ड रंगों, चंचल पैटर्न और यहां तक कि फ्यूजन शैलियों के साथ प्रयोग कर रहे हैं. यह सुनिश्चित करता है कि पश्मीना की विरासत प्रासंगिक बनी रहे, पीढ़ियों और संस्कृतियों के दिलों को लुभाए.
पेपर माचे बॉक्स में पैक होकर आते हैं पश्मीना शॉल
पश्मीना शॉल पारंपरिक रूप से जम्मू-कश्मीर से पेपर माचे बॉक्स में पैक होकर आते हैं, जो अपनी बेहतरीन सुंदरता और शिल्प कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं. ये बॉक्स पेपर पल्प, गोंद और अन्य प्राकृतिक सामग्रियों के मिश्रण का उपयोग करके हाथ से बनाए जाते हैं. प्रत्येक बॉक्स कला का एक अनूठा काम है, जो कश्मीर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है. ये बॉक्स न केवल कार्यात्मक हैं बल्कि अपने आप में सजावटी वस्तुओं के रूप में भी काम आते हैं.
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को भेंट किया 92.5 फीसदी चांदी से बना ट्रेन मॉडल उपहार
यह भी पढ़ें: क्वाड नेताओं ने की भारत की सराहना, जो बाइडन बोले- ‘अमेरिका को हिंद महासागर क्षेत्र में भारत से बहुत कुछ सीखना है’