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ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी, 21वीं सदी की चुनौतियों से लड़ने का दिया मंत्र

PM Modi In BRICS Summit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्राजील पहुंच गए हैं. उन्होंने वैश्विक शासन पर अपना पक्ष रखा है और 21वीं सदी की चुनौतियों से लड़ने के लिए प्लान साझा किया है.

PM Modi In BRICS Summit Brazil

X@narendramodi

PM Modi In BRICS Summit Brazil: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 दिनों के विदेश यात्रा का पड़ाव इन दिनों ब्राजील है. यहां वो 8 जुलाई तक रहने वाले हैं. आज जब वो ब्राजील पहुंचे तो उनका भव्य स्वागत किया गया. इसके बाद अब वो ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit Brazil) में हिस्सा ले रहे हैं. प्रधानमंत्री ने वैश्विक शासन पर अपने विचार रखे है. उन्होंने वैश्विक संस्थानों में व्यापक सुधारों की आवश्यकता पर जो दिया है ताकि 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना किया जा सके. इसके साथ ही उन्होंने बताया की भारत सदैव अपने हितों से ऊपर उठकर मानवता के हित में काम करना अपना दायित्व समझा है.

वैश्विक संस्थानों में सुधारों की आवश्यकता

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैश्विक संस्थानों में सुधारों की आवश्यकता है ताकि वे वैश्विक दक्षिण के देशों की चुनौतियों को प्राथमिकता दे सकें. उन्होंने कहा कि बिना वैश्विक दक्षिण के ये संस्थान वैसी ही लगती हैं जैसे मोबाइल में सिम तो है, पर नेटवर्क नहीं.  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज विश्व को नए बहुध्रुवीय और समावेशी विश्व व्यवस्था की जरूरत है. इसकी शुरुआत वैश्विक संस्थानों में व्यापक सुधारों से करनी होगी. उन्होंने कहा कि सुधार केवल प्रतीकात्मक नहीं होने चाहिए, बल्कि इनका वास्तविक असर भी दिखना चाहिए.

ब्रिक्स के विस्तार की सराहना

प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स के विस्तार की सराहना की और कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि ब्रिक्स एक ऐसा संगठन है, जो समय के अनुसार खुद को बदलने की क्षमता रखता है. उन्होंने कहा कि अब यही इच्छाशक्ति हमें UN Security Council, WTO और Multilateral development बैंक्स जैसे संस्थानों में सुधारों के लिए दिखानी होगी.

भारत मानवता के हित में काम करता है

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने सदैव अपने हितों से ऊपर उठकर मानवता के हित में काम करना अपना दायित्व समझा है. उन्होंने कहा कि भारत ब्रिक्स देशों के साथ मिलकर सभी विषयों पर रचनात्मक योगदान देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारत वैश्विक शासन में सुधारों की आवश्यकता को समझता है और इसके लिए प्रतिबद्ध है. भारत की यह प्रतिबद्धता वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए एक सकारात्मक संकेत है.

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8 जुलाई तक ब्राजील में हैं प्रधानमंत्री

बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 9 जुलाई तक पांच देशों- घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा पर हैं. इस यात्रा का मुख्य केंद्र 6-7 जुलाई को रियो डी जेनेरियो में आयोजित हो रहा 17वां BRICS शिखर सम्मेलन है. यह यात्रा भारत के वैश्विक दक्षिण के देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और BRICS मंच पर सहयोग को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. पीएम मोदी 5 से 8 जुलाई तक ब्राजील में रहेंगे. इस दौरान वो कई सेशन और बैठकों में हिस्सा लेंगे.

भारत के लिए क्यों खास है BRICS?

रियो डी जनेरियो में हो रहा BRICS शिखर सम्मेलन वैश्विक शासन, जलवायु परिवर्तन, डिजिटल सहयोग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे मुद्दों पर केंद्रित रहने वाला है. भारत इस बार BRICS के संस्थापक सदस्य के रूप में ग्लोबल साउथ के लिए वित्तपोषण और व्यापार मॉडल को बढ़ावा देने पर जोर देगा. ये सम्मेलन इस लिए भी खास है क्योंकि, अगले साल होने वाली समिट की अध्यक्षता भारत करने वाला है.



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