कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो
खालिस्तानी आतंकी हरजदीप सिंह निज्जर हत्याकांड मामले को लेकर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने फिर से भारत को उकसाने की कोशिश की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि ” हमने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद के साथ भारत के मुद्दे पर कानून के शासनको बनाए रखने और सम्मान करने को लेकर चर्चा की. फोन पर महामहिम मोहम्मद बिन जायद और मैंने इजरायल की वर्तमान स्थिति पर भी बात की. जिसमें अपनी गहरी चिंता जाहिर की और नागरिकों के जीवन की रक्षा और जरूरत पर विचार किया.
निज्जर की हत्या में बताया था भारत का हाथ
ट्रूडो की ये टिप्पणी निज्जर हत्याकांड के आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ी तल्खी और राजनयिक विवाद के बीच आई है. प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई संसद में कहा था कि भारतीय एजेंट एक कनाडाई नागरिक, जो भारत में आतंकी घोषित है, उसकी हत्या में हाथ है. जिसके बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बयान को निराधार और राजनीति से प्रेरित से बताया था. आतंकी हरदीप सिंह निज्जर खालिस्तानी टाइगर फोर्स का प्रमुख था. हरदीप सिंह निज्जर एनआईए की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल था.
कनाडा के आरोपों को भारत ने बताया था निराधार
भारत ने कनाडा के इन आरोपों का पुरजोर खंडन करते हुए कनाडा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. जिसमें कनाडाई नागरिकों के वीजा को निलंबित करने अलावा राजनयिकों को देश छोड़ने के आदेश दिए थे. उसी के बाद से विवाद और गहराता जा रहा है.
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यूएन ने भारत से की जांच में सहयोग की अपील
वहीं भारत-कनाडा के बीच चल रहे विवाद को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर पूरी तरह से गंभीर हैं. इसके साथ ही भारत से कहा है कि वो कनाडा की जांच में सहयोग करे. भारत ने कनाडा के साथ बढ़ी तल्खी के बाद कनाडा से कहा है कि अपने राजनयिकों की संख्या को भारत में कम करे. दोनों देशों ने वीजा सेवाओं को रद्द कर दिया है. पहले कनाडा ने एक भारतीय राजनयिक को देश से निकाल दिया था. जिसके जवाब में भारत ने भी एक कनाडाई डिप्लोमैट को देश से निकाल दिया. विदेश मंत्रालय ने कनाडा के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि अब तक उन्होंने निज्जर की हत्या से जुड़ा ऐसा कोई भी सबूत पेश नहीं किया है, जिससे साबित हो सके कि उसमें भारत का हाथ है.
-भारत एक्सप्रेस
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