एलेक्सी नवलनी
रूस में विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी के अचानक से गायब होने से हड़कंप मचा हुआ है. नवलनी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरोधी बताए जाते हैं. वह रूस में विपक्षी नेता भी हैं. एलेक्सी नवलनी के लापता होने के बाद उनके समर्थक पुतिन पर आरोप लगा रहे हैं क्योंकि वे पुतिन के कट्टर विरोधी और आलोचक भी रहे हैं. एलेक्सी के वकीलों ने करीब एक हफ्ते से उनकी आवाज नहीं सुनी है और कैदियों की सूची से भी उनका नाम गायब बताया जा रहा है.
दियों की सूची में एलेक्सी नवलनी का नाम नहीं
एलेक्सी मॉस्को की जेल में कैद थे और चरमपंथी समुदाय का निर्माण करने और उन्हें पोषित करने समेत दूसरे कई अन्य दोषों में अगस्त 2023 में 19 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. नवलनी के प्रवक्ता किरा यर्मिश ने आरोप लगाया कि कई बार प्रयास करने के बावजूद भी उनके वकील जेल में बंद नवलनी से नहीं मिल पाए और उन्हें अब इस बात की जानकारी दी गई है कि वह जेल में नहीं हैं. उन्होंने बताया कि कैदियों की सूची में एलेक्सी नवलनी का नाम अब नहीं है.
हम अभी भी नहीं जानते कि एलेक्सी कहां हैं.
किरा यर्मिश सोमवार को अपने X हैंडल से एक पोस्ट में कहा, ”आज शुक्रवार की तरह वकीलों ने व्लादिमीर पुतिन क्षेत्र की दो कॉलोनियों आईके-6 और आईके-7 तक पहुंचने की कोशिश की, जहां एलेक्सी नवलनी हो सकते हैं. अभी दोनों कॉलोनियों में एक साथ सूचित किया गया कि वह वहां नहीं है. हम अभी भी नहीं जानते कि एलेक्सी कहां हैं.”
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने इस बात की जानकारी भी नहीं दी है कि कि उन्हें कहां ट्रांसफर किया गया था. वहीं नवलनी की टीम के हवाले से मॉस्को टाइम्स ने खबर दी है कि जेल में बंद नवलीन को गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के जूझना पड़ा है.
इन आरोपों में जेल में थे बंद
बता दें कि एलेक्सी नवलनी पहले ही धोखाधड़ी और दूसरे अन्य आरोपों को लेकर साढ़े 11 साल की सजा काट रहे थे, आईके-6 पीनल कॉलोनी में उन्हें अंतिम बार कैद किया गया था. वहीं उनके समर्थकों ने उनकी गिरफ्तारी और सजा के पीछे पुतिन का हाथ होने की बात कही थी. यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध के खिलाफ भी नवलनी ने जेल से भी अभियान चलाया था.
इसे भी पढ़ें: पाकिस्तानी फिल्म ‘ इन फ्लेम्स ‘ को मिला बेस्ट फिल्म का गोल्डन यूसर अवार्ड
जान से मारने की हो चुकी है कोशिश
साल 2017 में नवलनी पर जानलेवा हमला हुआ था. जिसमें उनकी आंख में गंभीर चोटें आईं. वहीं साल 2020 में उन्हें जहर देकर जान से मारने की कोशिश भी की गई थी.