पाकिस्तान में चुनाव के बाद सियासी हंगामा
Pakistan Election: पाकिस्तान में हुए आम चुनाव को 10 दिन गुजर चुके हैं, लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि किस पार्टी की सरकार बनेगी और प्रधानमंत्री कौन होगा? नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएलएन के साथ-साथ बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी भी सत्ता पर काबिज होने की कोशिशें कर रही है. दूसरी ओर इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार विपक्ष में बैठने का दावा कर रहे हैं.
इंटरनेट पर लगाया गया प्रतिबंध
इसी बीच पाकिस्तान में सेना की तरफ से कुछ बड़ा एक्शन होने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. पाक चुनाव में धांधली के अब तक कई बड़े मामले सामने आ चुके हैं. रविवार (18 फरवरी) की देर रात से ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स को बैन कर दिया गया है. इसके अलावा इंटरनेट की धीमी स्पीड को लेकर वहां पर लोग किसी भी ऑनलाइन सुविधा का ठीक से लाभ नहीं ले पा रहे हैं. दुनियाभर में इंटरनेट मॉनिटर करने वाली संस्था नेटब्लॉक्स की ओर से भी दावा किया जा रहा है कि X को 24 घंटे के लिए प्रतिबंधित किया गया है.
चुनाव में लगे धांधली के आरोप
पाकिस्तान के चुनाव में लगे धांधली के आरोपों के बाद पाक में ये अब तक का सबसे लंबा इंटरनेट बैन लगाया गया है. नेटब्लॉक्स ने एक दिन पहले रिपोर्ट जारी करते हुए कहा था कि पाकिस्तान में प्रदर्शन के बीच एक्स का इस्तेमाल करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं डिजिटल अधिकारों के लिए काम करने वाले मंच ‘बोलो भी’ के निदेशक उसामा खिलजी ने इंटरनेट बैन होने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि कुछ चुनिंदा VPN को अगर छोड़ दिया जाए तो कोई भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है.
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“हारे उम्मीदवारों को जबरन जिताया गया”
बता दें कि पाक चुनाव को लेकर एक सीनियर अधिकारी ने धांधली का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया था. रावलपिंडी के कमिश्नर लियाकत अली चट्ठा ने आरोप लगाया था कि 8 फरवरी को हुए आम चुनाव के नतीजों में हेरफेर किया गया था. रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम के बाहर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि नतीजों को लेकर किए गए फर्जीवाड़े की सारी जिम्मेदारी वह ले रहे हैं. उन्होंने इस धांधली में चीफ इलेक्शन कमिश्नर और सुप्रीम कोर्ट के एक शीर्ष जज के शामिल होने की बात भी कही थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि गिनती के दौरान उस निर्दलीय उम्मीदवार को हरवा दिया गया जो 70 से 80 हजार वोटों से आगे चल रहा था.
-भारत एक्सप्रेस
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