
Israel-India Relations: नई दिल्ली में 8-9 अप्रैल को हुए राइजिंग भारत समिट 2025 में इजरायल के कृषि मंत्री अब्राहम मोशे ‘अवी’ डिक्टर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की. डिक्टर ने कहा कि 7 अक्टूबर 2023 को जब गाजा से भयानक हमला हुआ, तब पीएम मोदी ने सबसे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन किया और हर संभव मदद की पेशकश की.
डिक्टर ने कहा, “जब इजरायल पर हमला हुआ, हमारे लोग मारे गए, महिलाओं और बच्चों को अगवा किया गया, तब सबसे पहले भारत के प्रधानमंत्री ने फोन किया. यही होती है असली दोस्ती – जो वक्त पर साथ दे.” इस कार्यक्रम में पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत 100 से ज्यादा दिग्गजों ने भाग लिया. समिट में 75 से अधिक सत्र हुए.
इजरायल की जलवायु और कृषि पर बात
डिक्टर ने इजरायल की विविध जलवायु का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा, “हमारा देश छोटा है लेकिन मौसम के कई रूप हैं. आप सुबह उत्तर में बर्फबारी देख सकते हैं, दोपहर में जॉर्डन घाटी से गुजर सकते हैं और शाम को रेड सी में तैर सकते हैं. हमारे पास रेगिस्तान और अर्ध-शुष्क क्षेत्र भी हैं, जो हमें कृषि के लिए एक प्रयोगशाला जैसा बनाते हैं. यही अनुभव हम भारत के साथ साझा करना चाहते हैं.”
उन्होंने भारत के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ हुई बातचीत में कहा, “अगर गलती करनी है, तो नई गलती करो. हम इससे सीख सकते हैं.”
India and Israel have long been partners. Under the leadership of PM Shri Narendra Modi Ji, these ties have grown even stronger.
It gives me immense pleasure to share that an MoU has been signed between the Government of India & the Government of Israel for cooperation in… pic.twitter.com/7BTvW3EA96
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 8, 2025
गाजा की स्थिति पर इजरायली मंत्री का बयान
7 अक्टूबर के हमलों के बाद इजरायली मंत्री डिक्टर ने गाजा में इजरायल के तीन प्रमुख लक्ष्यों की घोषणा की. पहला लक्ष्य हमास और अन्य आतंकी संगठनों की सैन्य ताकत को पूरी तरह खत्म करना है. दूसरा, गाजा में हमास के शासन को समाप्त करना, और तीसरा, सभी बंधकों को सुरक्षित वापस लाना है.
डिक्टर ने बताया कि 255 लोगों को गाजा में बंधक बनाया गया था, जिनमें से अब भी 59 बंधक वहां मौजूद हैं और कम से कम 22 के जीवित होने की पुष्टि हुई है. उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक ये तीनों लक्ष्य हासिल नहीं हो जाते, युद्ध जारी रहेगा, और सबसे प्राथमिकता बंधकों की सुरक्षित रिहाई है.
सीजफायर और ट्रंप प्रशासन पर विचार
सीजफायर पर डिक्टर बोले, “सीजफायर यानी आग के बीच की चुप्पी दो बार समझौते हुए, दोनों बार हमास ने तोड़े. हमें जवाब देना पड़ा. दूसरी बार का समझौता 42 दिन चला, लेकिन फिर हिंसा शुरू हो गई.” उन्होंने बताया कि नेतन्याहू और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया बैठक भी बंधकों की रिहाई को लेकर थी.
डिक्टर ने कहा, “ट्रंप पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे जिन्होंने दूतावास को यरुशलम स्थानांतरित किया. वो जो कहते हैं, करके दिखाते हैं. हूथी विद्रोहियों को चेतावनी दी, नहीं माने तो एयरस्ट्राइक कर दी. ईरान से कहा, या बात करो या भुगतो.”
गाजा रिविएरा योजना और भारत-इजरायल सहयोग
डिक्टर ने ट्रंप की गाजा रिविएरा योजना का समर्थन किया. उन्होंने कहा, “गाजा की 2.3 मिलियन आबादी में से 1.7 मिलियन लोगों का पुनर्वास करना बड़ी ताकतों का काम है. ट्रंप इसे कर सकते हैं. UNRWA के अनुसार गाजा की 71% आबादी शरणार्थी है.”
Deeply shocked by the news of terrorist attacks in Israel. Our thoughts and prayers are with the innocent victims and their families. We stand in solidarity with Israel at this difficult hour.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 7, 2023
भारत-इजरायल-मिडल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर पर डिक्टर ने कहा, “हमारे देश का आकार केरल के आधे जितना है. नक्शे में नाम लिखने के लिए भी समुद्र से जगह मांगनी पड़ती है. लेकिन ईरान की योजना है – इजरायल और सऊदी अरब पर कब्जा करने की. वे मक्का और मदीना तक पहुंचना चाहते हैं. दो युद्ध कॉरिडोर बनाने की कोशिश की गई थी, एक तो हमने खत्म कर दिया. अब हम शांति और व्यापार का नया रास्ता बना रहे हैं. अच्छे लोग बुरों को हराएंगे.”
President Trump has been a remarkable friend of the State of Israel.
He has been a great champion of our alliance. We are working together to bring our hostages home – all of them.@realDonaldTrump pic.twitter.com/8IgMb6YYbI
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) April 7, 2025
गाजा का भविष्य क्या है?
डिक्टर ने कहा, “गाजा सिर्फ 330 वर्ग किलोमीटर का इलाका है, किसी छोटे भारतीय शहर जितना. 1967 में यहां 37,000 लोग थे, आज 2.3 मिलियन हैं. लोग कहते हैं कि यह सिंगापुर बन सकता है. शायद ‘सिंगा’ तो बन जाए, लेकिन गरीबी बनी रहेगी. 2007 में हमास ने गाजा पर कब्जा कर लिया था. पहले आतंकियों को खत्म करना होगा, फिर पूरी दुनिया मिलकर समाधान निकाल सकती है.”
भारत की वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ती राह
राइजिंग भारत समिट 2025 भारत की नई शक्ति को दुनिया के सामने ला रहा है. इसमें नेताओं, नीति निर्माताओं, टेक इनोवेटर्स और इंडस्ट्री के दिग्गजों ने हिस्सा लिया. विषय थे – सप्लाई चेन, टिकाऊ शहर, और अगली तकनीकी क्रांति. भारत 2047 तक आत्मनिर्भर और विश्व नेता बनने की राह पर है, और यह समिट उसी दिशा में एक मजबूत कदम है.
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-भारत एक्सप्रेस
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