सांकेतिक फोटो-सोशल मीडिया
Sri Lanka News: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में दोनों देशों की ओर से कई अन्य देशों के लोग भी लड़ रहे हैं. खबरों के मुताबिक इनमें तमाम भाड़े के लड़ाके हैं, जिनको युद्ध में उतारा गया है. इसको लेकर श्रीलंका की ओर से एक बयान जारी कर बताया गया है कि अभी तक श्रीलंका के करीब 17 नागरिक यूक्रेन में युद्ध के दौरान मारे गए हैं. ये सभी भाड़े के लड़ाके थे.
बता दें कि श्रीलंका ने हाल ही में यूक्रेन युद्ध में शामिल होने की बात को लेकर अपने कई नागरिकों जिनमें से अधिकतर पूर्व सैनिक थे, के बारे में एक जांच शुरू की थी. इस जांच रिपोर्ट को लेकर शुक्रवार को श्रीलंका की पुलिस ने बताया है कि कम से कम 8 पूर्व सैनिक यूक्रेन युद्ध में लड़ते हुए मारे गए हैं. जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि जो लोग मारे गए हैं उनको मानव तस्करों ने बड़े वेतन के साथ ही कई अन्य तरह का लालच दिया था और फिर बाद में इन लोगों को युद्ध में जाने के लिए मजबूर किया.
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दोनों देशों की ओर से लड़ रहे हैं श्रीलंकाई
पुलिस अधिकारी ने ये भी बताया है कि श्रीलंका के अधिकतर लोग रूस की ओर से लड़ रहे हैं लेकिन एक तिहाई श्रीलंकाई लड़ाके यूक्रेन की ओर से भी युद्ध में शामिल हैं.
दो लोगों को किया गया गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि मानव तस्करी के आरोप में एक रिटायर्ड जनरल सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक भारत के तमाम नागरिकों के भी रूस की ओर से युद्ध में शामिल होने की रिपोर्ट सामने आई है. फिलहाल इस सम्बंध में भारतीय जांच एजेंसी ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि रोजगार के नाम पर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है.
इन लोगों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
मीडिया सूत्रों के मुताबिक इस पूरे मामले तो लेकर श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय के अधिकारी कमल गुणरत्ने ने कहा है कि विदेशी एजेंसियों और उनके रैकेट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर गिरफ्तार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें भी सामने आई हैं कि मोर्चे पर जाने वाले लड़ाकों को वेतन के रूप में 10-15 लाख रुपये की पेशकश की जा रही है. वह बोले कि जिन एजेंसियों द्वारा ऐसा काम किया जा रहा है कि उनकी फिलहाल पहचान नहीं हो पाई है.
-भारत एक्सप्रेस