Ralf Heckner ( फाइल फोटो)
Ralf Heckner: भारत और भूटान में स्विट्जरलैंड के राजदूत राल्फ हेकनर का कहना है कि दुनिया में शांति के लिए हमें मिलकर लड़ना होगा. एक लेख के माध्यम से राल्फ ने अपनी बातें बताई हैं. उन्होंने लिखा, “एक स्विस राजनयिक के रूप में, मेरा कार्य अपने देश की वास्तविकताओं और नीतियों को समझाना है. एक राजनयीक होने के नाते मुझे स्विट्जरलैंड की विदेश नीति के जुड़वां पहलुओं के बारे में थोड़ा समझाने की कोशिश करनी चाहिए. स्विट्जरलैंड की विदेश नीति में सशस्त्र संघर्ष के क्षेत्रों में शांति को बढ़ावा देना और नागरिकों की सुरक्षा शामिल है.”
रूस-यूक्रेन संघर्ष के बारे में राल्फ हेकनर लिखते हैं, “जानकारों ने बार-बार बताया है कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण एक बड़ा कदम है. उन्होंने बताया है कि 19वीं सदी के अशांत इतिहास की 21वीं सदी में वापसी हुई है. राल्फ ने आगे लिखा,” इतिहास में जमीन और अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए कई युद्ध लड़े गए जो अब हमें 21वीं सदी में तर्कहीन लगते हैं.”
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उन्होंने लिखा, “स्विटजरलैंड हमेशा से शांतिपुर्ण देश नहीं रहा है. 1500 ईस्वी के करीब मेरा देश गृह युद्धों से तबाह हो गया था. युद्ध 1847 के आस-पास खत्म हुआ. 1847 के अनुभव से देश के राजनीतिक नेतृत्व ने चिंतन किया. इसके बाद साल 1848 में स्विस परिसंघ का जन्म हुआ. स्विस लोगों ने शांति की राह अपनाते हुए समावेशी संघीय संस्थानों की स्थापना की. स्विट्ज़रलैंड जैसे देश के लिए यह वास्तव में एक उपलब्धि है. हम आज शांतिपूर्वक रहते हैं. हालांकि, इससे पहले हम स्विस नागरिक युद्ध से कई सालों तक प्रभावित थे. देश पिछले 175 सालों में शांतिपूर्वक अपना अस्तित्व बनाए रखा है. भारत में मेरे तीन वर्षों के कार्यकाल के दौरान, मैंने सीखा है कि ये प्राथमिकताएं भी वही हैं जो अहिंसा में निहित हैं. जीवों को नुकसान न पहुंचाने का भारतीय का धार्मिक सिद्धांत रहा है.
-भारत एक्सप्रेस
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