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ट्रंप प्रशासन ने USAID के 1600 कर्मचारियों को निकाला, अन्य को पेड लीव पर भेजा

USAID कर्मचारियों को भेजे गए नोटिस में कहा गया कि रविवार, 23 फरवरी को रात 11:59 बजे (स्थानीय समय) तक, महत्वपूर्ण मिशन कार्यों, मुख्य नेतृत्व और विशेष रूप से नामित कार्यक्रमों के लिए जिम्मेदार लोगों को छोड़कर, सभी प्रत्यक्ष-नियुक्त कर्मियों को वैश्विक प्रशासनिक अवकाश पर रखा जाएगा.

Donald Trump

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. (फाइल फोटो)

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (USAID) के 1,600 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त करने का ऐलान किया. इसके साथ ही अतिरिक्त कर्मचारियों को सवेतन प्रशासनिक अवकाश पर भेजा गया. प्रशासक कार्यालय की ओर से USAID कर्मचारियों को भेजे गए एक कम्युनिकेशन के माध्यम से  इस फैसले के बारे में सुचित किया गया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप प्रशासन ने इन कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला कई कानूनी चुनौतियों के बाद लिया. ट्रंप प्रशासन को हजारों यूएसएआईडी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की कोशिश के दौरान कई कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था.

पहले एजेंसी को खत्म करने की थी योजना

राष्ट्रपति ट्रंप ने शुरुआत में इस एजेंसी को ही खत्म करने की कोशिश की थी, लेकिन एक फेडरल जज ने कानूनी मुश्किलें खड़ी कर दीं और अस्थायी रूप से ऐसी कार्रवाइयों को रोक दिया. हालांकि, शुक्रवार को आए एक फैसले ने रोक हटा दी, जिससे मौजूदा छंटनी जारी रखने का रास्ता साफ हो गया.

USAID कर्मचारियों को भेजे गए नोटिस में कहा गया कि रविवार, 23 फरवरी को रात 11:59 बजे (स्थानीय समय) तक, महत्वपूर्ण मिशन कार्यों, मुख्य नेतृत्व और विशेष रूप से नामित कार्यक्रमों के लिए जिम्मेदार लोगों को छोड़कर, सभी प्रत्यक्ष-नियुक्त कर्मियों को वैश्विक प्रशासनिक अवकाश पर रखा जाएगा. बयान में स्पष्ट किया गया कि महत्वपूर्ण कार्यों में शामिल कर्मचारी अप्रभावित रहेंगे, हालांकि ऐसे कर्मचारियों की सही संख्या का खुलासा नहीं किया गया.

1961 में राष्ट्रपति कैनेडी ने की थी USAID की स्थापना

अरबपति एलन मस्क के सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) ने USAID में सुधार का नेतृत्व किया है. इसका लक्ष्य एजेंसी के प्रभाव को कम करना है. USAID के उप प्रशासक और ट्रंप की ओर नियुक्त पीट मारोको ने संकेत दिया कि विदेश में काम करने वाले कर्मचारियों और परिवार की यात्रा के लिए रसद का प्रबंधन करने के लिए लगभग 600 अमेरिकी कर्मचारी बने रहेंगे.

USAID की स्थापना 1961 में राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी के प्रशासन के तहत की गई थी और यह अमेरिकी सरकार की मानवीय शाखा है. यह गरीबी को कम करने, बीमारियों का इलाज करने, अकाल और प्राकृतिक आपदाओं में राहत और मदद के लिए दुनिया भर में सालाना अरबों डॉलर वितरित करती है. यह गैर-सरकारी संगठनों, स्वतंत्र मीडिया और सामाजिक पहलों का समर्थन करके लोकतंत्र निर्माण और विकास को भी बढ़ावा देती रही है.

माना जाता है कि USAID दुनिया भर के समुदायों के साथ संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका का एक प्रमुख सॉफ्ट पावर टूल है. इसे अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा को तीन डी स्तंभों के साथ देखा जाता है: रक्षा, कूटनीति और विकास, जिनका नेतृत्व क्रमशः रक्षा विभाग, विदेश विभाग और USAID द्वारा किया जाता है.

-भारत एक्सप्रेस



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