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अमेरिकी NSA Jake Sullivan पहुंचे भारत, एस. जयशंकर और अजीत डोभाल से मिले, द्विपक्षीय, क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर की चर्चा

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन दो दिन की आधिकारिक यात्रा पर भारत आए हैं. इस दौरान उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने की उम्मीद है.

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात की.

US NSA Jake Sullivan India Visit: अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन (Jake Sullivan) भारत की दो दिवसीय यात्रा पर सोमवार (17 जून) को नई दिल्ली पहुंचे.

इस दौरान उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) और भारत के NSA अजीत डोभाल (Ajit Doval) से मुलाकात की और द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. दोनों देशों के बीच रक्षा प्रौद्योगिकी और रक्षा सहयोग बढ़ाने पर भी बात हुई.

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सुलिवन से मुलाकात के बाद एक्स पर पोस्ट किया, ‘आज सुबह नई दिल्ली में अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन का स्वागत करते हुए प्रसन्नता हुई. द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई. विश्वास है कि भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी हमारे नए कार्यकाल में मजबूती से आगे बढ़ेगी.’

सुलिवन के साथ वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों और उद्योग जगत के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है. सुलिवन के प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलने की उम्मीद है.

राजनीतिक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा

इसके बाद अमेरिकी NSA ने अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से मुलाकात की. पिछले सप्ताह इटली में G7 शिखर सम्मेलन के दौरान मिले दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों (iCET) सहित रणनीतिक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर अपनी चर्चा जारी रखी.

सुलिवन की यात्रा ने एक बार फिर यह स्थापित किया है कि भारत कूटनीति की कसौटी पर पूरी तरह से खरा उतरना जारी रखेगा और अपने हितों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न देशों के साथ बातचीत करेगा.

अमेरिकी एनएसए सुलिवन सप्ताहांत में स्विट्जरलैंड में यूक्रेन पर आयोजित शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद भारत पहुंचे हैं. भारत ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया, लेकिन शिखर सम्मेलन से निकलने वाले किसी भी विज्ञप्ति या दस्तावेज से खुद को अलग रखा.


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iCET क्या है

iCET, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका और भारत द्वारा किया गया एक सहयोग है. मई 2022 में टोक्यो में क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा इसके शुभारंभ के बाद डोभाल और सुलिवन ने सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, रक्षा नवाचार, अंतरिक्ष और उन्नत दूरसंचार सहित नई और उभरती प्रौद्योगिकियों के विविध क्षेत्रों में सहयोग के पहचाने गए क्षेत्रों में शामिल होने के लिए एक ठोस प्रयास किया है.

पिछले साल भी भारत आए थे

सुलिवन ने पिछले साल लगभग इसी समय नई दिल्ली का दौरा किया था. उस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री जयशंकर और एनएसए डोभाल से मुलाकात की थी. दोनों देशों ने प्रधानमंत्री मोदी की वॉशिंगटन की ऐतिहासिक यात्रा से ठीक पहले भारत-अमेरिका साझेदारी को आगे बढ़ाने पर भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सहयोग के लिए एक रोडमैप का अनावरण किया था.

दोनों एनएसए ने स्वीकार किया है कि मई 2022 में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा भारत व अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए लिया गया फैसला दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने में एक निर्णायक भूमिका निभाएगा.

जेक सुलिवन इस साल की शुरुआत में फरवरी में भारत आने वाले थे, लेकिन अमेरिका में अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण उन्हें अपनी यात्रा की योजना को फिर से बनाना पड़ा था. इस महीने की शुरुआत में सुलिवन की भारत यात्रा पर चर्चा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा पीएम मोदी को आम चुनावों में उनकी चुनावी जीत के लिए बधाई देने के लिए किए गए कॉल के दौरान हुई थी.

-भारत एक्सप्रेस

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