
US Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को रेसिप्रोकल टैरिफ से छूट देने की घोषणा की है. इस फैसले से आम उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि इन उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका कम हो गई है. साथ ही, अमेरिकी टेक कंपनियों को भी इस निर्णय से फायदा होगा.
किन-किन चीजों को मिली छूट?
अमेरिकी कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, जिन इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को 10% वैश्विक टैरिफ से छूट दी गई है, उनमें स्मार्टफोन, लैपटॉप, सेमीकंडक्टर और उनकी निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मशीनें, सोलर सेल, फ्लैट-पैनल मॉनिटर (जैसे LED स्क्रीन), फ्लैश ड्राइव और मेमोरी कार्ड शामिल हैं. इस छूट के बाद इन उत्पादों की लागत कम होने की संभावना है, जिससे उपभोक्ताओं को सस्ते दामों में ये डिवाइस मिल सकेंगे.
टैरिफ वॉर के बीच फैसला
यह घोषणा ऐसे समय में आई है, जब हाल ही में अमेरिका ने विदेशी वस्तुओं पर एक सदी में सबसे अधिक टैरिफ लगाए थे. अमेरिका ने 10 अप्रैल को चीन से आयातित सामानों पर टैरिफ बढ़ाकर 145% कर दिया था. यह कदम चीन द्वारा अमेरिकी सामानों पर 84% टैरिफ लगाने के जवाब में उठाया गया था. इसके बाद चीन ने भी पलटवार करते हुए अमेरिका पर 125% टैरिफ लगा दिया.
हालांकि, इस टैरिफ वॉर के बीच अमेरिका ने भारत समेत 75 से अधिक देशों के लिए सभी देशों पर एक समान 10% बेसलाइन टैरिफ लागू किया था. अब स्मार्टफोन और लैपटॉप जैसे उत्पादों को इस टैरिफ से छूट देकर ट्रंप प्रशासन ने उपभोक्ताओं और टेक उद्योग को राहत देने की कोशिश की है.
अमेरिकी टेक कंपनियों को फायदा
इस छूट से न केवल उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर इलेक्ट्रॉनिक सामान मिल सकेंगे, बल्कि अमेरिकी टेक कंपनियों को भी उत्पादन और आपूर्ति लागत में कमी आएगी. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम वैश्विक व्यापार में संतुलन बनाने और उपभोक्ता हितों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
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-भारत एक्सप्रेस
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