व्लादिमीर पुतिन
Israel-Hamas War: हमास और इजरायल के बीच जारी जंग में अब तक 1700 लोगों की मौत हो चुकी है. दोनों पक्षों की ओर से ताबड़तोड़ हमले किए जा रहे हैं. इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के ठिकाने को श्मशान बना दिया है. तस्वीरों में बर्बादी का आलम साफ नजर आता है. वहीं अब हमास ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दी है. हमास ने इजारयल के गांवों में घुसकर महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाया है. इजरायली सैनिकों का कहना है कि उन्होंने आज से पहले ऐसा भयावह मंजर नहीं देखा था. ये हमास का जंगलीपन है. जिसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. i24 news की रिपोर्ट के अनुसार, हमास आतंकियों ने अजा गांव के 40 बच्चों की निर्मम हत्या कर दी.
रूस ने अमेरिका को लताड़ा
इस बीच दुनिया के कई इस्लामिक देशों ने इस भीषण युद्ध के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है. वहीं भारत और अमेरिका के साथ-साथ यूएई और बहरीन ने भी इजरायल का समर्थन किया है. मामले में अमेरिकी प्रतिक्रिया के बाद रूस ने भी एंट्री ले ली है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अमेरिका ने कभी भी फिलिस्तीनियों की जरुरतों पर ध्यान नहीं दिया. इस विनाश की मुख्य वजह यही है.
बता दें कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन हमाल के हमले की निंदा कर चुके हैं. हालांकि उन्होंने किसी का भी पूर्ण समर्थन करने से परहेज किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने तुर्की के नेता तैयप एर्दोगन के साथ फोन पर बातचीत की थी. इस बातचीत के दौरान उन्होंने मारे गए नागरिकों के प्रति चिंता व्यक्त की. रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों नेताओं ने युद्ध विराम के विकल्प पर चिंता की. पुतिन ने मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया में रूस की भूमिका पर तो कुछ नहीं कहा. लेकिन इतना जरूर कहा कि वह युद्ध को रोकने के लिए मध्यस्थता निभाने के लिए तैयार है. रूस ने कहा है कि फिलिस्तीन और इजारयल के बीच हो रहे इस भीषण संघर्ष के बीच समझौता कराने के लिए तैयार हैं.
UAE और बहरीन ने दिया इजरायल का साथ
इजरायल को ‘अछूत’ की तरह देखने वाला यूएई और बहरीन ने अमेरिका की पहल पर इजरायल के साथ राजनयिक संबंध बना लिए हैं. इसके साथ ही दोनों देश इजरायल के साथ संबंध बनाने वाले पहले अरब देशों में शामिल हो गए हैं. इसका असर भी अब देखने को मिल रहा है. दुनिया के बाकी इस्लामिक मुल्क हमास को बधाई दे रहे हैं, वहीं बहरीन और यूएई ने इस हमले की निंदा की है. यूएई ने कहा है कि इस लड़ाई के लिए हमास पूरी तरह से जिम्मेदार है. यूएई के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इजरायल पर हमास का यह हमला बेहद गंभीर है. इसे जल्द से जल्द खत्म करनी चाहिए.
-भारत एक्सप्रेस
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