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UP News: अनोखी राम भक्त, चिलचिलाती गर्मी भी न रोक सकी, 10 दिन 14 घंटे में नोएडा से दौड़कर पहुंची अयोध्या, रामलला के किए दर्शन

Ayodhya: कोमल दो सालों से दौड़ का अभ्‍यास कर रही हैं. 12 जुलाई की शाम उन्‍होंने नोएडा से दौड़ शुरू की और 23 जुलाई को सुबह अयोध्‍या पहुंच गईं.

कोमल (फोटो सोशल मीडिया)

UP News: चिलचिलाती गर्मी में 21 साल की रामभक्त कोमल ने वो कारनामा कर दिया है जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. नोएडा के भोपुरा गांव की 21 साल की कोमल चंदेला किसी गाड़ी से नहीं बल्कि दौड़ लगाकर रामलला के दर्शन करने के लिए नोएडा से अयोध्या पहुंच गईं और फिर रामलला के दर्शन किए. बता दें कि उन्होंने नोएडा स्टेडियम से 12 जुलाई की शाम को दौड़ लगानी शुरू की और 23 जुलाई की सुबह दौड़ पूरी कर अयोध्या स्थित रामलला मंदिर पहुंच गईं और फिर रामलला के दर्शन किए. उन्होंने ये यात्रा 10 दिन और 14 घंटे में तय की.

कोमल जीत चुकी हैं कई दौड़

बता दें कि कोमल के दौड़कर आयोध्या पहुंचने को लेकर कहा जा रहा है कि शायद कोमल ने कोई मन्नत मांगी होगी, लेकिन ऐसा नहीं है. दरअसल कोमल को दौड़ने का शौक है. वह एक अच्छी रनर भी हैं और कई दौड़ जीत चुकी हैं और कई खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं. उन्होंने मैराथन में गोल्ड मेडल जीता था, लेकिन उन्हें अपनी नई पारी की शुरुआत एक लंबी दौड़ से करनी थी. इसीलिए उन्होंने सोचा कि क्यों न अयोध्या पहुंचकर वहां भगवान राम का आशीर्वाद लिया जाए और फिर क्या था उन्होंने ठान लिया और फिर नोएडा से 701 किलोमीटर दूरी तय कर अयोध्या के निर्माणाधीन मंदिर में पहुंचकर रामलला के दर्शन किए और फिर मंगलवार को उनकी वापसी हुई तो गांववालों ने उनका भव्य स्वागत किया.

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6 लोगों की टीम के साथ प्रतिदिन लगाई 65 से 70 किमी दोड़

बता दें कि कोमल ने 6 लोगों की टीम के साथ प्रतिदिन 65 से 70 किलोमीटर की दौड़ लगाकर अयोध्या पहुंचीं थीं. अगर कोमल की एजुकेशन की बात करें तो वह चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से बीसीए फिजिकल एजुकेशन में सेकंड ईयर की छात्रा हैं. जानकारी सामने आ रही है कि, वह 2021 से दौड़ का अभ्यास कर रही हैं. यूनिवर्सिटी में भी वह दौड़ में कई बार गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. उन्होंने गुड़गांव में हुई टफमैन मैराथन में भी गोल्ड मेडल जीता था. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “मैं नोएडा के एक्सएलआरए बेस ग्राउंड कोच के साथ काफी समय से अभ्यास कर रही हूं.”

उन्होंने अपनी लम्बी दौड़ को लेकर बताया, “एक लम्बी दौड़ के लिए योजना बना रहे थे, इसलिए उन्होंने पहली लंबी दौड़ के लिए विजय पाने के लिए राम मंदिर तक माथा टेकने का लक्ष्य बनाया और इसके लिए एक दिन में 65-70 किलोमीटर का लक्ष्य रखा.” उन्होंने ये भी कहा कि, “उमस भरी गर्मी में रोज का लक्ष्य पूरा करना काफी संघर्ष भरा रहा, लेकिन रन के लिए दृढ इच्छा शक्ति और कोच राजेंद्र यादव की हौसला अफजाई से लक्ष्य पूरा करने में वह कामयाब रहीं.” इसी के साथ उन्होंने कहा कि उनके साथ छह लोगों की टीम रही है.

-भारत एक्सप्रेस

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