No Confidence Motion: लोकसभा में पीएम मोदी(फाइल फोटो)
No Confidence Motion: मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस समेत कई दल पीएम मोदी से हिंसा वाले मुद्दे पर संसद में बोलने की मांग कर रहे हैं. वहीं, इस बीच विपक्ष का गठबंधन(I.N.D.I.A)मोदी सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी में है. इन्होंने 26 जुलाई को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. इस प्रस्ताव को लेकर स्पीकर ओम बिरला ने मंगलवार 1 अगस्त को लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक बुलाई थी. इस मीटिंग के बाद तय हुआ कि अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में 8 से 10 अगस्त तक बहस होगी. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी सत्र के आखिरी दिन विपक्ष के इस मुद्दे पर जवाब दे सकते हैं. आइए जानते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव पर कौन दल किसके साथ है.
No Confidence Motion: बहुमत से अधिक हैं बीजेपी के पास सांसद
मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी गठबंधन मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रही है. इस पर 8 से 10 अगस्त के बीच संसद के नीचली सदन यानी लोकसभा में बहस होनी है. हालांकि, इस प्रस्ताव से सरकार को कोई खास परेशानी होती हुई नहीं दिख रही है क्योंकि लोकसभा में एनडीए के पास कुल 331 सांसद है. इनमें से केवल बीजेपी के ही 301 हैं. बता दें कि लोकसभा में बहुमत के लिए 272 सांसद होना चाहिए, जिससे कई अधिक बीजेपी के पास हैं. वहीं, इस मुद्दे पर बीजेपी को बीजेडी का भी साथ मिल रहा है. बीजेडी विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ जाकर बीजेपी का साथ दे रही है. पार्टी ने दोनों सदनों यानी लोकसभा और राज्यसभा में अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है. बहुमत(272) से काफी अधिक बीजेपी के पास लोकसभा में सदस्य हैं ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का क्या होगा.
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लोकसभा में विपक्ष की क्या है स्थिति?
वहीं, लोकसभा में विपक्ष की बात करें तो विपक्षी गठबंधन के पास यहां लगभग 140 सांसद हैं. बताया जा रहा है कि इसके अलावा 9 सांसदों वाली बीआरएस भी विपक्षी गठबंधन को अविश्वास प्रस्ताव के लिए समर्थन दे सकती है. एआईएमआईएम ने बीजेपी के खिलाफ जाने की बात कही है. हालांकि, अभी बीएसपी, टीडीपी, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी समेत अन्य दलों का यह क्लियर नहीं हुआ है कि वह इस अविश्वास प्रस्ताव पर क्या रुख अपनाते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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