फोटो-सोशल मीडिया
Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय पीपीगंज से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां विद्यार्थियों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए प्रिंसिपल पर मनमाना रवैया अपनाने का आरोप लगाया है और इसी के साथ आक्रोशित बच्चों ने हॉस्टल में रखे बिस्तर व अन्य सामानों को आग लगा दी है. इसी के साथ छात्र जिलाधिकारी को बुलाए जाने की लगातार मांग कर रहे हैं. तो वहीं इस पूरे मामले को लेकर प्रिंसिपल की ओर से बयान आया है कि छात्रावास में अनुशासनहीनता को लेकर कुछ सख्ती की गई थी. जानकारी सामने आ रही है कि छात्र शुक्रवार की शाम नाश्ता कर रहे थे और इसी दौरान हंगामा शुरू हुआ. सूत्रों के मुताबिक किसी बात को लेकर आक्रोशित होकर कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक के छात्रों ने प्रदर्शन किया है.
जानकारी सामने आई है कि आक्रोशित विद्यार्थियों को शांत करने के लिए कुछ शिक्षकों ने कोशिश की तो बड़ी संख्या में छात्र स्कूल की छत पर चढ़ गए और वहीं से पथराव शुरू कर दिया. यही नहीं विद्यार्थियों ने छत पर रखे पुराने कपड़े, बेड और टायर में आग लगी दी. इसके बाद तत्काल पुलिस को सूचना की गई और पीपीगंज सहित आसपास के थानों की पुलिस मौके पर पहुंची व छात्रों को शांत कराया. जानकारी सामने आ रही है कि इस पूरे मामले की जानकारी जिला प्रशासन को भी दी गई. इस पर तहसीलदार केशव प्रसाद मौके पर पहुंचने के बाद थानेदार ने छात्रों से बातचीत की करने की कोशिश की लेकिन विद्यार्थी जिलाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. इस पूरे मामले में छात्रों ने प्रिंसिपल को हटाने की मांग की है और कहा है कि जब तक प्रिंसिपल को नहीं हटाया जाएगा, वह प्रदर्शन जारी रखेंगे. तो वहीं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
अचानक छात्र हुए उग्र
स्कूल के प्रिंसिपल सुरेश चंद ने मीडिया को जानकारी दी कि शाम तक सब कुछ ठीक था, लेकिन अचानक न छात्र उग्र हो गए. प्रिंसिपल ने ये भी दावा किया है कि छात्रों ने अपने उग्र होने का कोई कारण नहीं बताया है. उधर छात्रों ने मीडिया के सामने कहा कि प्रिंसिपल का ट्रांसफर हो गया है. फिर भी वह स्कूल से नहीं जा रहे हैं. इसी के साथ विद्यार्थियों ने कहा कि, जब तक प्रिंसिपल को नहीं हटाया नहीं जाएगा, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. है।
छात्रों ने खाने का किया बहिष्कार
मांग पूरी न होने पर 200 छात्रों ने खाने का बहिष्कार कर दिया है. बताया जा रहा है कि छात्रों के भोजन न करने से भारी मात्रा में खाना खराब हो गया. तो वहीं छात्रों को भोजन करने के लिए शिक्षकों ने मनाया लेकिन छात्र लगातार जिलाधिकारी से बात करने की मांग को लेकर अड़े रहे. वहीं इस पूरी घटना को लेकर प्रिंसिपल ने सफाई देते हुए कहा है कि वह छात्रों पर सख्ती नहीं करते हैं, बल्कि अनुशासन में रखने की कोशिश करते हैं. तो वहीं प्रिंसिपर ने छात्रों पर आरोप लगाते हुए ये भी कहा है कि, जिन छात्रों को अनुशासन पसंद नहीं है, वही उग्र होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी के साथ प्रिंसिपल ने दावा किया कि, हॉस्टल में खाने से लेकर सभी तरह की व्यवस्था अच्छी है और विद्यार्थियों की सभी जरूरतें पूरी की जा रही हैं और किसी तरह की की कोई समस्या यहां नहीं है.
-भारत एक्सप्रेस
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