सांकेतिक तस्वीर
Karanataka minor boys marriage: देश में अंधविश्वास को लेकर भी लोगों का अजब-गजब हिसाब-किताब है. इसके चक्कर में लोग न जाने क्या क्या नहीं कर देते. ऐसे में कर्नाटक से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां अंधविश्वास को लेकर दो नाबालिग लड़कों की शादी करा दी गई. यहां के लोगों का मानना है कि ऐसा करने से बारिश के देवता खुश होते हैं और झमाझम बारिश करा देते हैं. फिलहाल में दो मामले सामने आ चुके हैं. दरअसल बारिश न होने के चलते लोगों को फसलों के लिए काफी नुकसान हो रहा है. ग्रामीणों को रागी की फसल खराब होने का डर है, इसलिए वो किसी भी हाल में बारिश करना चाहते हैं और इसके लिए ग्रामीण नाबालिग लड़कों की शादी करा देते हैं.
यह पूरा मामला कर्नाटक के कोलर जिले का है. खबरों की मुताबिक, यहां चिक्काबल्लापुर के चिंतामणि तालुक के एक गांव में ग्रामीणों ने गुरुवार को नाबालिग लड़कों की शादी करा दी. हीं गांव के ही एक शख्स ने दावा भी किया कि जैसे ही लड़कों की शादी कराई, कुछ ही समय में बारिश हो गई.
5 कक्षा में पढ़ते हैं छात्र
कर्नाटक के कई जिलों में बारिश न होने के चल`ते फसलों का पानी नहीं मिल रहा है, जिससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है, इसलिए वो बच्चों की शादी करा रह हैं. खबरों के मुताबिक, एक किसान ने बताया है कि शादी के लिए जिन दो लड़कों को चुना गया था, वे कक्षा 5 में पढ़ते थे. उनमें एक पिछड़े समुदाय से, जबकि दूसरा अनुसूचित जाति से संबंधित था. इन दोनों नाबालिग बच्चों की शादी में पूरा गांव शामिल हुआ था, दोनों ने परंपरा के मुताबिक, एक लड़के ने दूसरे लड़के को मंगलसूत्र पहनाया. इसके साथ ही बाकी की सभी रस्में भी की गईं जो सामान्य शादियों में होती हैं. बता दें कि कर्नाटक में ये प्रथा सालों से चलती आ रही है.
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ग्रामीणों ने बताया है कि, भले दो नाबालिग लड़कों की शादी कराई जाती हो, लेकिन ये महज सिर्फ बारिश तक के लिए ही होती है. शादी के बाद दोनों लड़के अलग हो जाते हैं और सामान्य जीवन जीने लगते हैं. इसका उनके भविष्य पर कोई फर्क नहीं पड़ता. आगे चलकर वो अपनी मर्जी से शादी कर सकते हैं.
– भारत एक्सप्रेस
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