अखिलेश यादव
UP Politics: मध्य प्रदेश सहित देश के पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार के बीच इंडिया गठबंधन के दो प्रमुख राजनीतिक दल सपा और कांग्रेस के बीच जमकर बयानबाजी जारी है. इसी बीच मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता कमलनाथ के अखिलेश वखिलेश… वाले बयान ने यूपी की राजनीति को गरम कर दिया है और दोनों राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच जमकर बयानबाजी जारी है. इसी बीच इस बयान को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव का ताजा बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है, “जिनके नाम में कमल हो तो वो वखिलेश ही कहेंगे, अखिलेश तो कहेंगे नहीं.” इसी के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है.
बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ छिंदवाड़ा पहुंचने के बाद पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे, इसी दौरान कांग्रेस और सपा में चल रहे आरोप-प्रत्यारोपों को लेकर सवाल करने पर उन्होंने कह दिया, “अरे भाई छोड़ो अखिलेश, वखिलेश…” इसी के बाद से उत्तर प्रदेश की सियासत गरम है तो वहीं इस बयान के बाद अखिलेश यादव भी भड़क गए थे, लेकिन ताजा बयान में उन्होंने कमलनाथ के नाम को लेकर कहा है कि “उनके नाम में ही कमल है तो वो वखिलेश ही कहेंगे, अखिलेश तो कहेंगे नहीं.” इसी के साथ सपा अध्यक्ष ने अपने बयान को जारी रखते हुए कहा है कि “ये बात तो ठीक कही उन्होंने…वखिलेश कौन है…अखिलेश तो है न… “. इसी के साथ ही कमलनाथ के बयान को लेकर कहा कि अगर ये बातें कहेंगे तो समाजवादी पार्टी भी इन बातों को कह सकती है, लेकिन हम इन उलझनों में नहीं फंसना चाहते है. इसी के साथ ही कमलनाथ के साथ अपने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि कमलनाथजी से हमारे सम्बंध बहुत अच्छे हैं. नाम देखो उनका कितना अच्छा है, जिनके नाम में ही कमल हो तो वो वखिलेश ही कहेंगे, अखिलेश तो कहेंगे नहीं.”
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नहीं करते गठबंधन की बात
अखिलेश ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर उनको ये बात मालूम होती कि विपक्ष का गठबंधन विधानसभा स्तर के चुनाव के लिए नहीं है तो उनकी पार्टी मध्य प्रदेश में गठबंधन को लेकर बातचीत ही नहीं करती. लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि अगर सिर्फ लोकसभा चुनाव को लेकर ही तालमेल की बात होगी तो उसी पर विचार किया जाएगा.
यूपी में भी मिलेगा कांग्रेस को वैसा व्यवहार
इसी के साथ अखिलेश ने कांग्रेस को चेताया है और कहा है कि सपा के साथ जैसा व्यवहार किया जाएगा, वैसा ही व्यवहार उनको यूपी में भी देखने को मिलेगा. सपा प्रमुख ने बिना किसी का नाम लिए कांग्रेस के बड़े नेताओं से अपील की और कहा कि मैं कांग्रेस के बड़े नेताओं से अपील करूंगा कि अपने छोटे नेताओं से इस तरह के बयान न दिलवाएं. इसी के साथ अखिलेश ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा है कि जब कांग्रेस को मध्य प्रदेश में सरकार बनानी थी तो सुबह से लेकर शाम तक वह हमारे विधायक ढूंढ रहे थे.
आखिर क्या है कांग्रेस को परेशानी
जहां एक ओर कमलनाथ के वखिलेश वाले बयान पर अखिलेश के तेवर नरम पड़ गए हैं. तो दूसरी ओर मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कांग्रेस की ओर एक सवाल भी उछाला है और कहा है कि “मुझे यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिरकार कांग्रेस को दूसरे दलों को साथ लेने में क्या परेशानी है? किसी दल में ताकत या हैसियत है तो उसको साथ लेना चाहिए.” इसी के साथ कांग्रेस की लाचारी का जिक्र करते हुए कहा कि “जब उनको एमपी में सरकार बनानी थी तो सुबह से लेकर शाम तक वह हमारे विधायक को ढूंढ रहे थे.” अखिलेश ने दावा किया कि सपा अब भाजपा को हराने के लिए तैयार है. उन्होंने इंडिया को लेकर कहा कि इंडिया के भरोसे मैं मध्य प्रदेश में अपने नेताओं को निराश नहीं कर सकता. अब फैसला कांग्रेस को लेना है. इसी के साथ अखिलेश ने ये भी कहा कि अगर हमें पहले मालूम होता कि विधानसभा स्तर पर गठबंधन नहीं है तो हम मीटिंग में नहीं जाते और न ही कांग्रेस नेताओं का फोन उठाते.
-भारत एक्सप्रेस
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